अब 2004 के बाद नियुक्त सभी शिक्षकों की होगी जांच
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बेसिक शिक्षा परिषद ने अब प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों में सन-2004 से 2019 के बीच कार्यरत शिक्षकों के समस्त शैक्षिक अभिलेखों की जांच कराने का निर्णय लिया है। वाराणसी में ऐसे लगभग 23 सौ शिक्षकों को जांच के लिए बैचवाइज बुलाया जाएगा। यह निर्णय अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय समेत कई स्कूलों में मिलते जा रहे फर्जीवाड़ा को देखते हुए लिया गया है।
शासन के निर्देश पर जिले में एडीएम वित्त, एसपी-ग्रामीण और बीएसए की अलग से जांच समिति गठित की गई है। इस समिति की बैठक हो चुकी है। बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि डायट पर 2004 से 2019 तक कार्यरत शिक्षकों के समस्त शैक्षणिक अभिलेखों का दोबारा सत्यापन कराया जाएगा। साथ में उनकी नियुक्ति पत्रावली के साथ टीईटी के प्रमाण पत्र भी जांचे जाएंगे।
बीएसए के अनुसार जांच के लिए डायट सारनाथ उपयुक्त जगह मानी जा रही है। यहां पर काफी जगह है। भीड़ होने से कोई दिक्कत नहीं होगी। बीएसए ने बताया कि जांच में आम लोगों को भी शिकायत करने का मौका मिलेगा। अगर किसी व्यक्ति के पास किसी शिक्षक के बारे में जानकारी होगी तो वह भी जांच समिति के साथ साझा कर सकता है। जल्द ही प्रक्रिया तय होने वाली है।