गाजीपुर: भटनी-औड़िहार रूट तैयार, इलेक्ट्रिक इंजन ने भरी रफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर। कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) मो. लतीफ खान ने औड़िहार-भटनी के बीच हुए इलेक्र्टीफिकेशन कार्य का निरीक्षण करने के बाद देरशाम इलेक्ट्रिक इंजन लगे प्रेक्षण यान में बैठकर स्पीड ट्रायल किया। इस दौरान रेलवे के अधिकारियों की पूरी टीम उनके साथ रही। औड़िहार से वाया मऊ होते हुए भटनी तक के 125 किलोमीटर लंबे इस रेल खण्ड पर अधिकतम 100 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से इलेक्ट्रिक इंजन लगी यह ट्रेन गुजरी। जल्द ही इस रेल खण्ड पर इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें फर्राटा भरेंगी।
इसके लिए अब सिर्फ सीआरएस से अनुमति मिलने का इंतजार है। औड़िहार से भटनी वाया मऊ के बीच 125 किमी रेलवे रूट पर दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य चल रहा था। अब काम समाप्त हुआ तो इलेक्ट्रिक इंजन वाले ट्रेन चलाने से पहले सीआरएस ने मानकों की पड़ताल की। इलेक्ट्रिक लाइन का निरीक्षण कर इंजन लगे प्रेक्षण यान में सवारी कर बारीकियों को परखने के काम किया।
सोमवार की शाम साढ़े सात बजे स्थानीय स्टेशन से रन-थ्रू गुजरी इस ट्रेन से स्पीड ट्रायल हुआ। रेल संरक्षा आयुक्त का प्रेक्षण यान विद्युत इंजन के साथ अधिकतम रफ्तार से स्पीड ट्रायल के लिए सजाकर औड़िहार स्टेशन पर खड़ा किया गया।
सीआरएस के साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण रामकरण यादव, इंजीनियर श्रीकान्त सिंह, मुख्य संरक्षा अधिकारी एसएन साहू, इंजीनियर एके गुप्ता, संतोष एन देरवा, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) प्रवीण कुमार, रोहित गुप्ता, पंकज केशरवानी, एएसएम अवधेश कुमार अतुल त्रिपाठी, सत्येन्द्र यादव मौजूद रहे।सुरक्षा के मद्देनजर तैनात रहे आरपीएफ सादात। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मो. लतीफ खान के निरीक्षण के मद्देनजर रेलवे सुरक्षा बल काफी चौकन्ना दिखा। आरपीएफ इंस्पेक्टर एनके मीणा और एसआई वीरेन्द्र कुमार चौबे समेत कर्मी औड़िहार, सादात और माहपुर में तैनात रहे। उधर सीआरएस के निरीक्षण को लेकर स्टेशन पर अन्य दिनों की तुलना में विशेष साफ-सफाई की गई।