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नंदगांव में आज उल्‍लास, गोकुल में पुजेगी भगवान कृष्‍ण की छठी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, आगरा। नंदगांव में बालकृष्ण के आगमन के इंतजार में उस शुभ घड़ी का लोग पलक पावड़े बिछाए इंतजार कर रहे हैं। मंदिर सेवायत हरिमोहन गोस्वामी ने बताया कि आनंदकंद भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैं। समूचे मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी रोशनी की लाइटों से सजाया गया है। शाम होते ही मंदिर सतरंगी रोशनी से जगमगा उठेगा। परिसर को बंदनवार, फूल-मालाओं से सजाया गया है। नंदपरिवार को छप्पन भोग पधराया गया है। 
मंगलवार को दोपहर में कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर परिसर में महज एक दर्जन गोस्वामियों ने अष्टछाप कवियों की वाणी में गाये हुए कवित्तों का बधाई गायन किया। मंदिर में बधाई गायन का दौर जारी है। शाम को मंदिर में नंदगांव-बरसाना के गोस्वामियों के मध्य सामूहिक बधाई गायन किया जाएगा एवं उन्हें बधाई बतौर स्वरूप लड्डू भेंट किये जायेंगे। रात्रि में ढाँढ-ढांढ़हिं लीला का मंचन किया जाएगा जिसमें नंदबाबा की वंशावली सुनाई जाएगी। मध्यरात्रि 12 बजे योगीश्वर श्रीकृष्ण का वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य जन्मोत्सव करवाया जाएगा।

ब्रज की धरा पर वसुदेवसुतं के प्राकट्योत्‍सव के लिए मंदिर मठ संवर गए हैं। आधी रात तक संकीर्तन होगा। इसके बाद अभिषेक होगा और फिर लोग पंचामृत पंजीरी का प्रसाद ग्रहण कर अपना उपवास तोड़ेंगे। इसकी घर-घर तैयारियां कर ली गई हैं। इस बार जन्‍माष्‍टमी पर्व दो दिन का मनाया जा रहा है। हालांकि कृष्‍ण जन्‍मस्‍थान पर जन्‍माष्‍टमी 12 अगस्‍त को मनाई जाएगी। महंत नृत्‍यगोपाल दास तीन नदियों के जल से आराध्‍य की जन्‍मलीला को सम्‍पन्‍न कराएंगे।

तीन लोक से न्यारी मथुरा में एक बार फिर लीलाधर श्रीकृष्ण का प्राकट्य होने जा रहा है। कोरोना के कारण इस बार ब्रज की होने वाली कान्हा के जन्मोत्सव की रौनक भले ही फीकी नजर आ रही हो, लेकिन ब्रज मंडल ने अपने लाला के इस धरा धाम पर आने पर उत्सव मनाए जाने की पूरी तैयारी कर ली हैं। प्रमुख मंदिरों में तो पूजा-अर्चना होगी ही साथ ही शहर, कस्बा और गांव देहात के मंदिरों भी सज संवर गए हैं। आधीरात तक संकीर्तन होगा और उसके बाद पंचामृत और पंजीरी का प्रसाद ग्रहण कर लाखों लोग अपना व्रत तोड़ेंगे। भंडारों के लिए भले ही पंडाल नहीं सजे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की सेवा करने वाले गरीबों की सेवा करने की तैयारी कर चुके है। जेल में इस बार कोई विशेष कार्यक्रम नहीं होने जा रहा है, लेकिन सामान्य तरह से यहां जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। पर्व को लेकर यहां भी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं।

प्राचीन केशवदेव में छाएगा आज उल्लास
प्राचीन मंदिर ठाकुर श्रीकेशव देव महाराज में सुबह गुलाब जल से सेवायत ठाकुरजी को स्नान कराएंगे। 10 बजे से सेवायत समाज गायन करेंगे। मीडिया प्रभारी नारायण प्रसाद शर्मा ने बताया कि रात 10 बजे से भगवान को पंचामृत स्नान कराया जाएगा, यह स्नान रात 11.30 बजे तक चलेगा। ठाकुरजी को रत्न जडि़त पोशाक धारण कराई जाएगी। भगवान का भव्य श्रृंगार किया जाएगा। ठाकुरजी को रजत हिंडोले में विराजमान किया जाएगा। रात 12. 30 बजे भगवान की महाआरती होगी।

गोकुल में पूजेगी छठी
गोकुल स्थित नंदभवन मंदिर में छठ पूजन होगा। मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं होगा। भगवान की छठी हलवा, पूड़ी से पूजी जाएगी। जन्माष्टमी पर मंदिर की साज-सज्जा की जाएगी। यह आयोजन शाम चार बजे के करीब होगा। पुजारी राममूर्ति शर्मा ने बताया कि जन्मोत्सव के सभी आयोजन परंपरा के अनुरूप मनाए जाएंगे। भगवान के छठ पूजन की तैयारियां हो चुकी हैं।

जन्मस्थान पर अर्पित की जाएगी पोशाक
श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर शाम छह बजे श्रीकेशवदेव मंदिर से संत और सदस्य ढोल, नगाड़े, झांझ-मंजीरे के साथ भगवान श्रीराधाकृष्ण को पोशाक अर्पित करने संकीर्तन करते हुए जाएंगे। पोशाक, मुकुट, श्रृंगार, कामधेनु गाय की प्रतिकृति, रजत कमल के दर्शन होंगे। भागवत भवन में शाम साढ़े छह बजे जन्म महोत्सव की पुष्प वृंत पोशाक, स्वर्ण मंडित रजत कामधेनु स्वरूपा गो प्रतिमा, ब्रजरत्न मुकुट, रजत कमल पुष्प के दर्शन होंगे।

श्रीकृष्ण जन्म का होगा लाइव टेलीकॉस्ट, सजेगी कान्हा की नगरी 
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का टीवी चैनलों के जरिए सीधा प्रसारण होगा। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ को रोकने के इंतजाम किए जा रहे हैं। कान्हा की नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा। प्रशासन के अधिकारियों और प्रमुख मंदिरों के प्रबंधकों से लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में बैठक करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि मंदिरों के साथ ही चौराहों को सजाया जाएगा, सड़कों पर लोगों से लाइङ्क्षटग करने की अपील की। 

उन्होंने जन्माष्टमी कार्यक्रम में होने वाले भजन, छंद, श्रीकृष्ण जन्म के संबंध में जानकारी देने वाले कार्यक्रमों का भी सीधा प्रसारण करने को कहा। उन्होंने कहा कि लाइव टेलीकास्ट में डीडी न्यूज, एएनआइ एजेंसी को शामिल कर लिया जाए, ताकि वह अन्य चैनलों को भी उपलब्ध करा सकें। उन्होंने मंदिर प्रबंधकों से अपील की कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि, श्रीबांके बिहारी मंदिर, श्री द्वारिकाधीश मंदिर समेत जिले के प्रमुख मंदिरों और वृंदावन के सभी मंदिरों को सजाने की अपील की। 

मेयर डॉ. मुकेश आर्य बंधु, नगर आयुक्त रविंद्र कुमार मांदड़ ने मंदिर और चौराहों की सजावट का आश्वासन दिया। डिप्टी सीएम ने कहा कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में भीड़ न हो, इसके लिए आसपास के जिले के अधिकारियों को भी सूचना दी जाए कि वह अपने जिलों में इस संदेश को प्रचारित करें कि मथुरा-वृंदावन में मंदिर बंद हैं। इसलिए वहां न जाएं। डिप्टी सीएम ने कहा कि आम लोग भी मंदिरों को सजाने के लिए आगे आए हैं। नगर निगम और मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण भी सड़कों और चौराहों को सजाएगा।

अफसर करेंगे टेलीकॉस्ट को मंथन
जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्रा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान से कान्हा के जन्म के कार्यक्रमों का लाइव टेलीकॉस्ट किया जाएगा। ये व्यवस्था कैसे होगी, इसके लिए एसपी सुरक्षा से कहा गया है। अधिकारियों के साथ बैठक कर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। कोविड-19 के कारण मंदिरों के आसपास भीड़ न हो, इसके भी इंतजाम किए गए हैं।
तीन नदियों के जल से 'नहाएंगे' त्रिलोक स्वामी
श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर 12 अगस्त को होने वाले जन्मोत्सव में कान्हा का महाभिषेक गंगा-यमुना और सरयू के जल से किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मंगलवार को अयोध्या से सरयू जल लेकर मथुरा पहुंचेंगे। अयोध्या में लंबे इंतजार के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर का भूमिपूजन हो गया। ऐसे में धर्मावलंबी आल्हादित हैं। पुण्य सलिला सरयू के जल में भगवान राम ने स्नान किया था। उसी सरयू के पवित्र जल से महाभिषेक भी होगा।

महंत नृत्य गोपाल दास श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष भी हैं। वह हर वर्ष इस कार्यक्रम में आते हैं। इस बार अयोध्या से सरयू जल लेकर मथुरा पहुंचेंगे। बुधवार को प्रमुख मंदिरों के साथ ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वर चतुर्वेदी ने बताया कि काशी से गंगा जल मंगाया गया है। मथुरा से यमुना जल लिया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर इस बार भगवान श्रीकृष्ण का 5247वां जन्मोत्सव मनेगा।
 
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