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रायबरेली डीएम के बेतुके बोल, सीएमओ से कहा; खाल खींच लूंगा, जमीन में गाड़ दूंगा..गधा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, रायबरेली। नोडल अधिकारियों की बैठक में डीएम द्वारा सीएमओ को अपमानित करने का मामला प्रकाश में आया है। सीएमओ ने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को शिकायती पत्र भेजकर पूरा मामला बताया है। साथ ही चिकित्सकों के सम्मान की रक्षा के लिए उचित कार्रवाई का आग्रह किया है।
शुक्रवार की शाम डीएम वैभव श्रीवास्तव ने नोडल अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। जिसमें सीडीओ अभिषेक गाेयल, सीएमओ डॉ.संजय कुमार शर्मा, एसडीएम सदर शालिनी प्रभाकर, डॉ.बीरबल, डॉ शम्स रिजवान, डॉ.राधाकृष्णन आदि शामिल हुए थे। सीएमओ ने बताया कि भोजन प्रभारी डॉ. मनोज शुक्ल ने अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए छुट्टी मांगी थी, जोकि कैंसर से पीड़ित हैं। इसलिए मैंने छुट्टी स्वीकृत कर दी। डॉ मनोज शुक्ल उक्त बैठक में इसी कारण शामिल नहीं हो सके थे। इसी बात को लेकर डीएम वैभव श्रीवास्तव ने उनसे अपमान की भाषा में बात की। कहा कि तुम्हारी खाल खींच लूंगा, जमीन में गाड़ दूंगा। गधा...। मीटिंग में ये बातें सुनकर मेरी तबीयत बिगड़ गई और मैं वहां से चला आया। उन्होंने महानिदेशक से इस प्रकरण में उचित कार्रवाई का आग्रह किया है।  इस बाबत डीएम वैभव श्रीवास्तव का कहना है कि सीएमओ काम में शिथिलता बरत रहे थे। इसी बात पर गुस्सा आया और मैंने कहा कि खाल खींचकर भूसा भरा दूंगा। मैंने कोई गाली नहीं दी।

सीएमओ का पत्र महानिदेशक ने शासन को भेजा
रायबरेली के सीएमओ डॉ.संजय कुमार शर्मा द्वारा डीएम वैभव श्रीवास्तव की ओर से की गई अभद्रता की शिकायत का पत्र स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.डीएस नेगी ने उचित कार्रवाई के लिए शासन को भेज दिया है। सीएमओ ने इन परिस्थितियों में काम कर पाने में असमर्थता जताई थी, जिस पर स्वास्थ्य महानिदेशक का कहना है कि इस मामले में कोई भी फैसला शासन स्तर पर लिया जाएगा।
प्रांतीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सचिन वैश्य ने कहा कि कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे कोरोना वॉरियर्स का सबसे ज्यादा अपमान उच्च अधिकारी ही कर रहे हैं। इससे पहले अलीगढ़, बस्ती, वाराणसी और महाराजगंज में चिकित्सकों, कर्मियों व स्वास्थ्य अधिकारियों से अभद्रता हुई है। एसोसिएशन ने कहा कि ऐसा ही रहा तो हम आंदोलन को मजबूर होंगे। किसी भी तरह की अप्रिय घटना की जिम्मेदारी शासन की ही होगी।
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