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उत्तर प्रदेश में देसी व अंग्रेजी शराब और बीयर की दुकानों पर मिलेगा कम्प्यूटराइज्ड बिल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में देसी व अंग्रेजी शराब और बीयर की फुटकर दुकानों पर ग्राहकों को अब कम्प्यूटराइज्ड बिल भी मिलेगा। दुकानों पर पीओएस मशीनें व कम्प्यूटर व प्रिंटर लगाए जाएंगे। शराब व बीयर की फुटकर खरीद करने वाले ग्राहकों के सामने बोतल पर अंकित बार कोड को स्कैन किया जाएगा, उसके बाद प्रिंटर के जरिये कम्प्यूराइज्ड रसीद निकलेगी।

इन पीओएस मशीनों व अन्य उपकरणों की आपूर्ति के लिए मंगलवार को हुई कैबिनेट बाई सर्कुलेशन में आपूर्तिकर्ता एजेंसी का अनुमोदन किया गया। यह जानकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने दी है। उन्होंने बताया कि दुकानों से कम्प्यूटराइज्ड रसीदें मिलने में करीब तीन महीने का समय लगेगा।


कैबिनेट से मंजूर हुए एक अन्य प्रस्ताव की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अब अर्धसैनिक बलों जैसे- भारत तिब्बत सीमा पुलिस आदि की कैंटीनों व यूनिटों में भी सेना की ही तरह रियायती रम के अलावा अन्य अंग्रेजी शराब सस्ती दरों पर उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉकडाउन में देसी शराब की जो दुकानें कंटेनमेंट जोन में होने के कारण बंद रहीं उन्हें जून, जुलाई व अगस्त के लिए तय न्यूनतम गारंटी कोटे की शर्त में छूट दी जाएगी। यह भी तय हुआ है कि इन तीन महीनों में जिन दुकानों ने न्यूनतम गारंटी कोटे के अनुरूप उठान नहीं की है, उन्हें अक्तूबर तक यह उठान करने की अनुमति होगी।


अंग्रेजी शराब, बीयर की फुटकर दुकानें व माडल शाप जो जून के निर्धारित राजस्व के अनुरूप निकासी नहीं कर सकीं, उन दुकानों को कम उठाई गई निकासी में शामिल राजस्व में छूट मिलेगी। ऐसी जो दुकानें कंटेनमेंट जोन में होने के कारण प्रभावित हुईं, उनको जुलाई व अगस्त के लिए तय निकासी की अनिवार्यता में भी छूट मिलेगी।


सभी बीयर की दुकानों और माडल शाप को वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में निर्धारित राजस्व के बराबर बीयर की निकासी किए जाने की अनिवार्यता में भी छूट मिलेगी। अंग्रेजी शराब की ऐसी फुटकर दुकानें और माडल शाप जो दूसरी तिमाही में तय राजस्व के बराबर अंग्रेजी शराब की निकासी नहीं ले सकी हैं उनको कम निकासी व उठान के लिए बगैर कोई दण्ड दिये दिसम्बर तक उठान की अनुमति मिलेगी।

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