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लॉकडाउन के दौरान मौलाना उतार रहा था भूत-प्रेत, SP ने लिया बड़ा एक्शन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बाराबंकी. कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया है. लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने को कहा जा रहा है, लेकिन प्रदेश की राजधानी से सटे जिले बाराबंकी में लॉकडाउन मजाक बना हुआ है. जहां एक मौलाना लोगों के ऊपर से भूत-प्रेत, डायन, जोगिन को भगाने का दावा करता है. 
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को जो भी देखेगा वह दंग रह जाएगा कि किस तरह से कई लड़कियां और महिलाएं बाल खोलकर झूम रही थीं. मानो भूत भगा रही हों. वीडियो वायरल होने के बाद एसपी डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने महामारी अधिनियम के साथ ही आईपीसी की उचित धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इनके खिलाफ 151 की कार्रवाई की गई है.

बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि उनको जानकारी मिली थी थाना फतेपुर के मिर्जापुर गांव में एक मजार पर एक 65 वर्षीय बाबानुमा आदमी रहता है. जो झाड़-फूंक और दूसरी चीजें वहां पर करता है. जबकि शनिवार और रविवार को कंपलीट लॉकडाउन रहता है. इसलिए रविवार के दिन ये सब होने की जानकारी मिलने पर मौके पर पुलिसबल को भेजा गया था और वहां आस-पास के आए हुए जितने भी लोग थे, उनको रोककर थाने लाया गया और महामारी अधिनियम के साथ ही आईपीसी की उचित धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इनके खिलाफ 151 की कार्रवाई की गई है.

साथ ही कड़ी हिदायत दी गई है कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो. एसपी ने बताया कि यह मजार धार्मिक स्थल है, यहां अगर अलग-अलग जगहों से लोग आते हैं. इसपर पुलिस या प्रशासन को किसी तरह की आपत्ति नहीं है. लेकिन किसी भी दिन अगर वहां पर एक साथ पांच या उससे ज्यादा लोगों का जमावड़ा लगता है या अगर कोई अंधविश्वास फैलाता है. इलाज करने के नाम पर किसी आदमी को ठगने का काम करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मौलाना का ये है दावा
वहीं जब इस पूरे तमाशे को लेकर मौलाना ने बताया कि मैं शैतानी शक्तियों से लड़ाई करता हूं. ऊपर वाले ने मुझे शक्ति दी है जिससे में यहां आने वाले लोगों का इलाज करके उन्हें ठीक करता हूं. मौलाना ने बड़े दावे से कहा कि उसने एक रात पहले 32 लोगों को ठीक किया है, जो काफी दूर-दूर से उसके पास आते हैं. उसका कहना है कि अगर लोगों को फायदा न हो तो क्यों लोग उसके पास आएं. इसके अलावा एक बात और चौंकाने वाली थी कि यहां एक दो नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों की पूरी फौज मौजूद थी और ये लोग इसे रोकने के बजाय इस तमाशे को बड़ी दिलचस्पी से देख रहे थे.

 
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