PM मोदी आज प्रयागराज के 10 गांवों के 1430 ग्रामीणों को ऑनलाइन देंगे घरौनी, जानें क्या है 'घरौनी'
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. प्रयागराज में बारा तहसील के 10 गांवों के 1430 लोगों को आज यानी रविवार की सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन घरौनी सौंपेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री आनलाइन रहेंगे और कुछ ग्रामीणों से बात भी कर सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। खतौनी की तरह घरौनी बना ली गई है। अभी यह प्रयोग के तौर पर शुरू की गई है। आने वाले दिनों में सभी गांवों में हर घर की घरौनी बनेगी।
'घरौनी' यानी राजस्व रेकार्ड में दर्ज गांवों के घरों के क्षेत्रफल का प्रमाणपत्र
शहरों में तो हर घर का रिकार्ड होता है, लेकिन गांवों में ऐसा नहीं है। गांवों में खेतों का रिकार्ड है, जबकि किसका घर कितने क्षेत्र में है, उसका मालिक कौन है, इसका रिकार्ड राजस्व विभाग के पास नहीं है। पीढ़ी दर पीढ़ी जो जितनी जगह में घर बना लिया, वहीं रह रहा है। ग्रामीणों के घर आबादी क्षेत्र में दर्ज है और किसी के नाम नहीं है। इससे अक्सर विवाद होता है। अब शहरों की तरह हर ग्रामीण के घर का क्षेत्रफल राजस्व रेकार्ड में दर्ज होगा और जो उसका प्रमाणपत्र होगा, उसे घरौनी कहा जाएगा।
जिनका विवाद नहीं सुलझा, उसकी घरौनी नहीं बनाई गई
घरौनी की पहल कुछ महीनों पहले से देश के 37 जिलों में प्रयोग के तौर पर शुरू हुई। प्रयागराज में बारा तहसील के 10 गांवों में इसकी शुरुआत हुई। 21 से 24 जुलाई 2020 तक इन गांवों में ड्रोन कैमरे के जरिए एक-एक घर की मौपिंग हुई। तहसील की टीम ने एक-एक घर का रिकार्ड दर्ज करके घरौनी तैयारी कर ली है और रविवार को बंटेगी। इस दौरान कुछ विवाद भी हुआ तो लोगों को समझाया गया। जिनका विवाद नहीं सुलझा, उसकी घरौनी नहीं बनाई गई।
इन गांवों में बंटेंगी घरौनी
बारा तहसील के अभयपुर, कपारी, टुंडवा, जोरहट, देवरा, नीवी, बकुलिहा, बराडीह, लकहर और लोहगरा है।
बोले, बारा के एसडीएम
बारा के एसडीएम गौरव रंजन श्रीवास्तव कहते हैं कि घरौनी रविवार को तहसील से बांटी जाएगी। इसके लिए कुछ ग्रामीणों को बुलाया गया है। इस दौरान प्रधानमंत्री आनलाइन रहेंगे और कुछ ग्रामीणों से बात भी कर सकते हैं। अन्य ग्रामीणों को लेखपाल घर-घर जाकर बांटेंगे। अगले चरण में अन्य गांवों की भी घरौनी बनेगी।