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बिकरू कांड: विभागीय जांच में तत्कालीन SO विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा पाए गए दोषी, होगी बर्खास्तगी की कार्रवाई

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. बिकरू हत्याकांड में ‘विभीषण’ की भूमिका अदा करने वाले तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा पर मुखबिरी के आरोप सही पाए गए हैं। इसके साथ ही हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के गैंग को संरक्षण देने के आरोप में सत्यता पाई गई है। फिलहाल विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा माती जेल में हैं। विभागीय जांच में दोषी पाए जाने के पर दोनों की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। विभागीय जांच कर रहे एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने रिपोर्ट डीआईजी डॉ प्रीतिंदर सिंह को सौंप दी है।

विभागीय जांच में तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा मुखबिरी के दोषी पाए गए है। फिलहाल दोनों पुलिसकर्मी माती जेल में बंद हैं। विभागीय जांच कर रहे एसपी ग्रामीण ने अपनी रिपोर्ट डीआईजी को सौंप दी है। जल्द ही दोनों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू हो सकती है।


हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने बीते 2 जुलाई की रात अपने गुर्गो के साथ मिलकर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा पुलिस टीम के साथ विकास दुबे को पकड़ने के लिए बिकरू गांव गए थे। पुलिस महकमें में छिपे ‘विभीषणों’ ने विकास दुबे को दबिश की सूचना पहले ही देदी थी। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने सुनियोजित तरीके से घेराबंदी कर पुलिस कर्मियों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थी। जिसमें सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों को अपनी जान गवानी पड़ी थी।


बिकरू कांड के बाद तत्कालीन चौबेपुर एसओ विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। इतना ही नहीं विनय तिवारी अपने साथियों को मौत के मुंह में छोड़कर भाग गया था। इसके साथ विकास दुबे के राइट हैंड रहे अमर दुबे की शादी में दरोगा केके शर्मा भी गया था। दरोगा केके शर्मा की फोटो विकास दुबे के साथ अमर दुबे को आर्शीवाद देते हुए वायरल हुई थी।


जांच अधिकारी को मिले पुख्ता सबूत

विभागीय जांच में तत्कालीन एसओ और दरोगा केके शर्मा की कॉल डिटेल निकलवाई गई। इसमें पाया गया दरोगा केके शर्मा ने बीते 2 जुलाई को विकास दुबे से पांच बार बात की थी। इसके साथ ही तत्कालीन एसओ विनय तिवारी ने विकास दुबे से दूसरे नंबर से बात की थी। इसके साथ ही जांच अधिकारी ने शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की वॉयरल ऑडियो को भी साक्ष्य बनाया है। जिसमें सीओ यह कहते सुने गए थे कि विनय तिवारी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पैर छूता है। विकास दुबे और उसके गुर्गो को संरक्षण देता है। दोनों पुलिसकर्मियों की बर्खास्गी की कार्रवाई जल्द ही शुरू हो सकती है।

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