Ghazipur: कोहरा व गलन अपने चरम पर घरों में दुबके रहे लोग, नहीं जल रहे अलाव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जिले में शीतलहर बढ़ रही है। बहुत जरूरी होने पर ही लोग बाहर निकल रहे हैं। वहीं बुजुर्ग व बच्चे तो घरों में दुबके रहे। सोमवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा। दृश्यता काफी कम होने के कारण लोगों को रास्ता साफ नहीं दिख रहा था। हेडलाइट के सहारे सड़कों पर वाहन चल रहे थे। कंपकंपा देने वाली ठंड में राहगीरों को कहीं अलाव भी नसीब नहीं हो रहा था क्योंकि प्रशासन की तरफ से इसकी व्यवस्था ही नहीं हुई है। कड़ाके की ठंड में गरीब तबका व बेसहारा पशु सबसे ज्यादा परेशान हैं। गरीबों के पास कंबल एवं गर्म कपड़े तक नहीं हैं और अलाव न जलने से मुसीबत बढ़ गई है। उधर सुबह लगभग 11 बजे भगवान भास्कर के दर्शन देने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
सोमवार को अधिकतम 18.7 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवा की गति 5 से 6 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। फिलहाल अभी एक दो दिन हल्के बादल छाए रह सकते है और बारिश की कोई संभावना नहीं है। आगामी दिनों में ठंड बनी रहेगी।
दुबिहां : बाराचवर ब्लाक क्षेत्र के पहराजपुर के पास काफी ठंड होने के बावजूद बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल जा रहे थे। वहीं सुबह दस बजे घना कोहरा छाया रहा। गलन भी ज्यादा होने से सड़कों पर सुबह दस बजे तक सन्नाटा छाया हुआ था हालांकि जरूरत के अनुसार लोग आते-जाते दिख रहे थे। दुबिहां, उतरांव मोड़, लट्ठूडीह, दुबिहां मोड़, कामूपुर, बाराचवर, करीमुद्दीनपुर, अजीजपुर, सिउरीअमहट व माटा आदि जगहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण आम जनमानस व राहगीर ठिठुरते रहे।
खानपुर : सड़क यातायात पर भी कोहरे का असर जारी है। दिल के रोगियों व बच्चों को ठंड को देखते हुए चिकित्सक सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। सर्दी-जुकाम, बुखार, सिर दर्द, सीने में दर्द की शिकायत लिए मरीज प्रतिदिन डाक्टर के पास पहुंच रहे हैं।
कासिमाबाद : सोमवार की सुबह कोहरा इतना घना था कि थोड़ी दूर की चीज भी ठीक से दिखाई नहीं दे रही थी। वाहन चालकों के साथ ही राहगीर भी सावधानी से रास्ते पर चल रहे थे। मगर इस स्थिति में भी जाम की समस्या यथावत थी। इन दिनों रोज पड़ रहे कोहरे की वजह से वाहनों के संचालन में दिक्कत आ रही है। यातायात व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो चुकी है।
अलाव नहीं तो जला रहे कागज
बारा : भीषण सर्दी है लेकिन अब तक प्रशासन द्वारा किसी चट्टी-चौराहे व बाजारों में अलाव नहीं जलवाया गया। ग्रामीा कागज, टायर व प्लास्टिक का अलाव जलाकर ठंड से बचने का जतन कर रहे हैं। अधिक परेशानी मजदूरों, रिक्शा चालकों को उठानी पड़ रही है। वहीं सोमवार को कोहरा व गलन अपने चरम था। ज्यादातर लोग कांपते हुए नजर आ रहे थे वहीं सबकी निगाहें अलाव की तलाश कर रही थीं।
