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Ghazipur: विभा सिंह की डिग्री पर नौकरी कर रही शैलजा बर्खास्त, वेतन रिकवरी का आदेश जारी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कस्तूरबा विद्यालय में एक अनामिका शुक्ला प्रकरण क्या सामने आया, जांच के बाद कई मामले सामने आने लगे। अब अनामिका शुक्ला जैसा एक और प्रकरण गाजीपुर में सामने आया है। यहां पर विभा सिंह के शैक्षिक प्रमाण पत्र पर शैलजा परिषदीय विद्यालय में बतौर सहायक अध्यापक की नौकरी करती हुई पकड़ी गईं हैं। इसकी जानकारी तब हुई जब बलिया निवासी शैलजा के पड़ोसी ने इसकी शिकायत एसटीएफ व बीएसए गाजीपुर से की। जांच में मामला पुष्ट होने के बाद अब विभाग ने फर्जी विभा सिंह उर्फ शैलजा को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने व वेतन रिकवरी करने का भी आदेश जारी किया है।

बीएसए श्रवण कुमार की जांच में सामने आया कि असली विभा सिंह ग्राम टाडा अकबरपुर ब्लाक सादात गाजीपुर की निवासी हैं, जो फिलहाल वाराणसी में रहती है। उन्होंने शिक्षक भर्ती में आवेदन किया था लेकिन मेरिट में नहीं आ पाई। इधर शैलजा निवासी ग्राम जिगनी पोस्ट रतसड़, थाना गड़वार, जिला बलिया ने विभा के हाईस्कूल से लेकर इंटरमीडिएट, स्नातक व टेट के सभी शैक्षिक अभिलेखों का फर्जी कापी बनवा लिया और खुद फर्जी विभा सिंह बन बैठीं। यही नहीं, अपना निवास व जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड भी फर्जी विभा के नाम से बनवाया। चालाकी करते हुए जाति प्रमाण पत्र अनुसूचित जाति का बनवाया, जिसके चलते वह 2015 में हुई विज्ञान गणित शिक्षक भर्ती में चयनित हो गईं। इसके बाद फर्जी विभा सिंह उर्फ शैलजा की तैनाती उच्च प्राथमिक विद्यालय ताजपुर बाराचवर में हुई, जहां वह मजे से नौकरी कर रही थी।


हतप्रभ थे विभा के पति

जांच में शिकायत की पुष्टि होने के बाद असली विभा सिंह के पति रमाशंकर सिंह को बीएसए ने कार्यालय बुलाया। अपनी पत्नी के नाम से हुए इतने बड़े फर्जीवाड़े से वह हतप्रभ थे। उन्होंने पूरा प्रकरण बीएसए के सामने रख दिया। खुद रमाशंकर सिंह परिषदीय विद्यालय फौजदारपुर में तैनात हैं। उन्होंने बताया कि वह शैलजा को नहीं जानते हैं। उनकी पत्नी विभा सिंह तो घर पर बेरोजगार बैठी हैं। उन्हें नहीं पता था कि उनकी पत्नी के अभिलेख पर कोई और नौकरी कर रहा है।


शिकायत मिलने पर हमने जांच शुरू की थी, तब तक शासन से भी जांच करने का आदेश आ गया। जांच में मिला कि फर्जी विभा सिंह का असली नाम शैलजा है। वह बलिया की रहने वाली है। अब उसे बर्खास्त कर उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश खंड शिक्षाधिकारी बाराचवर को दिया गया है। उससे वेतन रिकवरी भी की जाएगी। शैलजा को तीन बार नोटिस दी गई लेकिन जवाब नहीं दिया।- श्रवण कुमार, बीएसए।

 
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