Ghazipur: जल संरक्षण के लिए जनपद में खोदे जाएंगे दो सौ तालाब
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जल संरक्षण के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। इसमें सबसे ज्यादा फोकस मनरेगा के तहत खोदे जाने वाले तालाबों को लेकर है। इस वर्ष दो सौ से अधिक तालाब खोदने की तैयारी है। इसके लिए सभी विकास खंडों से लक्ष्य मांगा गया है। पिछले वर्ष मनरेगा के तहत कुल 206 तालाब खोदे गए थे।
जल संरक्षण के लिए तालाब सबसे बेहतर साधन है। मनरेगा के तहत तालाब खोदवाने के दो प्रत्यक्ष लाभ होते हैं। एक तो मनरेगा मजदूरों को उनके गांव में ही रोजगार मिलता है और दूसरे किसानों द्वारा खेती में भी इसके जल का उपयोग सिचाई के लिए किया जाता है।
जनपद में कुल 16 विकासखंड हैं। अगर एक विकास खंड में 15 तालाब भी खोदवाए जाते हैं तो 235 तालाब तैयार हो जाएंगे। इसके अलावा पुराने तालाबों को भी साफ कर उन्हें बारिश का पानी संग्रहण करने योग्य बनाया जाएगा। यह कार्य सभी ग्राम सभाओं में होगा। विभाग का कहना है कि सभी विकास खंडों से तालाब का लक्ष्य मांगा गया है।
मत्स्य विभाग दे रहा अनुदान
मत्स्य विभाग की ओर से तालाब खोदवाने पर अनुदान दिया जा रहा है। हालांकि उनका उद्देश्य मछली पालन होता है, लेकिन इसके साथ जल संरक्षण भी होता है। तालाब में पानी भरे रहने से भूगर्भ जल का स्तर बढ़ता है। अनुदान की यह राशि तालाब खोदवाने वाले किसान के खाते में डीबीटी से सीधे भेजी जाएगी। उधर, जिन किसानों ने पिछले वर्ष इस योजना से अपने खेतों में तालाब खोदवाए हैं उन्हें काफी फायदा हुआ है। विभाग ने सभी किसानों से अपील की है कि अपने खेतों में तालाब का निर्माण कराकर बारिश का पानी रोकें। इससे फसल और आमदनी बढ़ेगी। भूजल में वृद्धि भी होगी।