बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट, दूसरे राज्यों से पक्षियों की एंट्री उप्र में बंद; इन इमरजेंसी नंबरों पर करें कॉल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. कोरोना वायरस संक्रमण अभी पूरी तरह विदा नहीं हो पाया और इस बीच एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू से तनाव पैदा हो गया। इससे निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जुट गई है। पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया जा चुका है। अन्य राज्यों से मुर्गी व अन्य पक्षियों को लाने पर सख्ती से रोक लगा दी गई है। कोविड कंट्रोल रूम पर बर्ड फ्लू की भी सूचना की व्यवस्था की गई है। साथ ही आपातकालीन नंबर जारी किया है और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को सूचनाओं के लिए सक्रिय कर दिया गया है।
बर्ड फ्लू से निपटने के लिए सावधानियों को लेकर मुख्य सचिव आरके तिवारी ने राज्य स्तरीय टास्क फोर्स के साथ वर्चुअल बैठक की। सोमवार देर शाम हुई बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि जनता को बर्ड फ्लू के बारे में जागरूक किया जाए। सूचना विभाग के माध्यम से बताया जाए कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं। सभी संबंधित विभागों से तैयारियों का ब्योरा लिया।
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि मृत पक्षियों की सूचना आमजन द्वारा आपातकालीन नंबर और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर दी जा सकती है। पशुपालन निदेशालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो कि 24 घंटे काम करेगा। इसका टोल फ्री नंबर-18001805154 और फोन नंबर-0522-2741991-92 है।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिलों में स्थापित कोविड कंट्रोल रूम पर तत्काल कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर रिपोर्ट ली जाए। आमजन को यह जानकारी दी जाए कि पूरी तरह से पका हुआ अंडा या मीट खाने से बर्ड फ्लू का कोई खतरा नहीं है, क्योंकि यह वायरस 70 डिग्री सेंटीग्रेट पर खत्म हो जाता है। वीडियो कांफ्रेंसिंग में कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद और प्रमुख सचिव पशुधन भुवनेश कुमार भी शामिल हुए।
अन्य राज्यों से मुर्गी व अन्य पक्षी लाने पर रोक : पशुपालन विभाग के निदेशक रोग नियंत्रण डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ाने के साथ अन्य राज्यों से मुर्गी व अन्य पक्षियों को लाने पर सख्ती से रोक लगा दी गई है। कानपुर के अलावा अन्य किसी स्थान से बर्ड फ्लू की जानकारी नहीं मिली है। बलिया व मुरादाबाद समेत जिन क्षेत्रों से कौओं के मरने की सूचना मिली, वहां से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि जिलों में पशु चिकित्सकों को अतिरिक्त सतर्कता व सक्रियता बनाए रखने के लिए कहा गया है। मुर्गी, बटेर व बतख फार्मों की जांच कराई जा रही है। खुलेआम मुर्गी आदि बेचने वालों की निगरानी के साथ ऐसे स्थानों पर सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।