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Ghazipur: जिला अस्पताल से नहीं मिल रही संजीवनी, ब्लैक में 10 हजार रुपये देकर खरीद रहे आक्सीजन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. आपदा में अवसर ढूढने वालों ने कोरोना महामारी को भी नहीं छोड़ा। कोरोना महामारी में आक्सीजन की किल्लत क्या बढ़ी, उसकी कालाबाजारी शुरू हो गई है। आक्सीजन न मिलने के चलते जिला अस्पताल में भर्ती सामान्य वार्ड के मरीजों को ब्लैक में आक्सीजन खरीदना पड़ रहा है, वो भी 10 हजार रुपये में। जान बचाने के लिए लोग कालाबाजारियों के हाथ लुटने को भी तैयार हैं।

जिला अस्पताल में कटैला गांव निवासी राजन पांडेय (35) पिछले 27 अप्रैल से भर्ती हैं। उन्हें सांस लेने में परेशानी है। काफी कोशिश के बाद भी अस्पताल की ओर से उन्हें आक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पाया। ऐसे में उन्हें खुद के स्तर से बाहर से आक्सीजन सिलेंडर मंगवाना पड़ा, वो भी मुंहमांगी कीमत पर। राजन पांडेय ने बताया कि वह बाहर से 10 हजार रुपये देकर सिलेंडर भरवा रहे हैं। अब तक पांच सिलेंडर भरवा चुके हैं। प्रतिदिन एक सिलेंडर आक्सीजन खर्च हो रहा है। अब तक अस्पताल ने एक भी सिलेंडर मुहैया नहीं कराया है। मजबूरी है, अगर जान बचानी है तो किसी तरह आक्सीजन का इंतजाम खुद करना होगा।


केस 1- मेडिकल वार्ड में भर्ती बारा गांव के अख्तर हुसैन (65) भाग्यशाली हैं कि जिला अस्पताल के हाथ खड़ा करने के बाद उनकी ग्रामसभा ने अपने स्तर से आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कराई। बताया कि गंभीर हाल रोगियों के लिए उनकी ग्रामसभा आक्सीजन की व्यवस्था करती है। अगर वहां से न मिलता तो अस्पताल के भरोसे हम लोग मर ही जाते। आगे भी अस्पताल से आक्सीजन मिलना मुश्किल लग रहा है।


केस 2- देवकठियां ग्रामसभा निवासी गुड्डू गुप्ता (45) अपने निजी आक्सीजन सिलेंडर के भरोसे मेडिकल वार्ड में पिछले 29 अप्रैल से भर्ती हैं। बताया कि वह बढुआ गोदाम से इस सिलेंडर को 350 रुपये में रिफिल करवाते हैं, लेकिन आने-जाने में दो हजार रुपये किराया लग जाता है। उन्होंने दो सिलेंडर रखा है। एक खाली होता है तो दूसरा लगाकर पहले वाले को रिफिल कराया जाता है।

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