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कोरोना संक्रमित डॉन मुख्तार अंसारी का ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ा, डाइट भी हुई कम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बांदा. उत्‍तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद बाहुबली माफिया विधायक मुख्तार अंसारी इन दिनों कोरोना संक्रमण की चपेट में है. कोरोना की चपेट में आने के बाद मुख्तार को उसकी उसी बैरिक नंबर 16 में आइसोलेट किया गया है. इस समय उसका बैरिक 16 में इलाज किया जा रहा है. हालांकि इस समय उसकी डाइट काफी कम हो गई है, तो ब्‍लड शुगर लेवल भी बढ़ गया है.

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल आने के कुछ दिन बाद तक बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी कोरोना संक्रमण की चपेट में नहीं था. जेल के अंदर उसको कैसे कोरोना हो गया, यह तो सोचने वाली बात है. बता दें कि पंजाब की रोपड़ जेल से जब मुख्तार अंसारी को यूपी की बांदा जेल भेजने की बात चल रही थी उस दौरान उसने कई बार उत्तर प्रदेश की जेलों में लौटने से मना किया था. यही नहीं, उसने कई बार कोर्ट में हवाला दिया था कि उसे यूपी में जान और स्वास्थ्य का खतरा है. उसकी तबीयत ठीक नहीं है.


सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी किया गया शिफ्ट

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद माफिया मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया गया था. हालांकि पंजाब के रोपड़ से लौटने के बाद अंसारी को कोरोना संक्रमण नहीं था और बांदा जेल के अंदर दाखिल करने से पहले उसकी जांच भी जिला प्रशासन और जेल प्रशासन ने मिलकर कराई थी, लेकिन उस समय जेल अंदर दाखिल होने तक मुख्तार को कोई भी बीमारी का संक्रमण नहीं था. यही नहीं, मुख्तार अंसारी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश जेल विभाग के डीजी खुदनिगरानी कर रहे हैं.


इसके अलावा लखनऊ से मुख्तार अंसारी की बैरिक में और जेल के अंदर मौजूद सुरक्षाकर्मियों के बॉडी बॉल कैमरे लगाए गए हैं जिससे मुख्तार अंसारी के बैरिक में कोई जरूरी कर्मचारी के आलावा कोई दूसरा व्यक्ति नहीं जा सके. आखिरकार जब इतनी व्यवस्थाएं की गई तो मुख्तार अंसारी कोरोना संक्रमण की चपेट में कैसे आ गया. हालांकि मुख्तार अंसारी जबसे बांदा जेल शिफ्ट हुआ है तब से उसको लेकर पूरे मामले में जिलाधिकारी बांदा आनंद कुमार सिंह कुछ भी बोलने से बार-बार कतरा रहे हैं और अभी कोरोना महामारी का शिकार होने के बाद भी मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य पर कोई भी जानकारी नहीं दे रहे हैं. जबकि मुख्तार की अभी पिछले महीने एक मामले में जब कोर्ट में पेशी हुई थी उस दौरान उसने जिला और जेल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.


जेल प्रभारी अधीक्षक ने कही यह बात

जेल प्रभारी अधीक्षक पीके त्रिपाठी की मानें तो मुख्तार अंसारी की लगभग 10 दिन पहले जिला प्रशासन ने एंटीजन जांच कराई थी और उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. उसके बाद उसको जेल में इलाज दिया जा रहा था और अब RTPCR रिपोर्ट आने के बाद उसका इलाज मेडिकल कालेज की टीम आकर कर रही है. त्रिपाठी ने साथ ही कहा कि अंसारी को जेल की बैरक नंबर 16 में ही आइसोलेट कर दिया गया है. कोरोनाकाल के दौरान जो कोरोना पेशेंट को डाइट दी जाती है,वही मुख्तार अंसारी को दी जा रही है.


वहीं, जेल के विशेष सूत्रों की मानें तो जेल में बने जेल अस्पताल के कुछ कर्मचारी के साथ लगभग 50 के आसपास लोग जेल में कोरोना संक्रमण की चपेट में है. साथ ही यूपी के डॉन मुख्तार अंसारी का कोरोना होने के बाद शुगर लेवल बढ़ा हुआ है. यही नहीं, मुख्तार अंसारी दोनों वक्त में सिर्फ दो से ढाई रोटी खाकर जेल के अंदर रह रहा है. वहीं, पूरे मामले में मेडिकल कालेज प्रचार्य मुकेश कुमार ने बताया कि बांदा जेल के द्वारा जैसे ही हमें सूचना भेजी गई उसके बाद जो 4 विशेषज्ञ डॉक्टर का पैनल मुख्तार अंसारी के लिए बनाया गया उसने कोरोना इलाज शुरू कर दिया है.


फिलहाल पूरे मामले में डीएम बांदा आनंद कुमार से मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य को लेकर कई बार बात की गई, लेकिन वह जेल में बंद बंदियों के साथ मुख्तार को लेकर कुछ भी बोलने से साफ तौर पर कतरा रहे हैं.

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