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गंगा में लाशों के मिलने का क्रम जारी: गाजीपुर में 8 वाराणसी में 7 और चंदौली में मिले 4 शव

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. उत्तर प्रदेश से बिहार तक गंगा में लाशों के मिलने का सिलसिला जारी है। गाजीपुर और बलिया के बाद गुरुवार को वाराणसी में सात तो वहीं चंदौली में 4 अधजले शव मिले। प्रशासन ने सभी शवों को गड्ढा खोद कर दफन कराया। गंगा में शवों को देख ग्रामीणों में दहशत है तो वहीं प्रशासनिक अमला हलकान है।

वाराणसी के रामनगर साइड सुजाबाद घाट के पास आठ अधजले शव उतराए दिखे। एक साथ गंगा में आठ शव देख ग्रामीणों में दहशत फैल गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों के माध्यम से सभी शवों को बाहर निकलवाया। डीसीपी काशी जोन, तहसीलदार, कानूनगो की मौजूदगी में सभी शव को अवधूत भगवान राम समाधि स्थल के पीछे गंगा के किनारे जेसीबी से गहरा गड्ढा खोदकर दफनाया गया।


पुलिस के अनुसार बरामद शव अधिकतर 60 फीसदी अधजले थे तो कुछ शव को पत्थर व बालू के बोरे में बांधकर बहाया गया था।  उच्चाधिकारियों को घटना से अवगत कराते हुए पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया। माना जा रहा है कि यह सभी कोरोना संक्रमितों के शव हैं, जिन्हें आधा जलाने के बाद गंगा में प्रवाहित कर दिया गया।


ग्रामीणों के अनुसार पिछले दो दिनों से शव देखें जा रहे हैं। डीसीपी काशी जोन अमित कुमार, तहसीलदार मनोज पाठक ने शव के बारे में बताया कि यह सभी शव कहां से बहकर आए हैं, इसके बारे में जानकारी नहीं है। इन शवों को अवधूत भगवान राम समाधि स्थल के पीछे गंगा किनारे जेसीबी से गहरा गढ्ढा खोदकर दफनाया जा रहा है।


इलाकाई पुलिस को भी गंगा के तटवर्तीय इलाकों में गश्त तेज करने के लिए निर्देशित किया गया है।  पुलिस के अनुसार, मिर्जापुर और वाराणसी के बीच के गांवों से यह शव गंगा में बहाने की आशंका है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में शवों के अंतिम संस्कार के बाद उन्हें अधजली हालत में गंगा में बहाया गया है। इसके लिए अब निगरानी बढ़ाई गई है।


गाजीपुर में फिर गंगा में मिले आठ शव

गाजीपुर जिले के जमानिया कोतवाली क्षेत्र के दैत्रावीर बाबा मंदिर स्थित श्मशान घाट के पास बृहस्पतिवार को दोपहर दो बजे गंगा में आठ शव मिलने से हड़कंप मच गया। बाद में प्रशासन एवं पुलिस ने शवों को दफन करवा दिया।  दैत्रावीर मंदिर स्थित शवदाह स्थल पर बृहस्पतिवार को कुछ लोग शव का अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे। उन्हें गंगा के किनारे आठ शव पानी में उतराते दिखाई पड़े।


सड़न एवं दुर्गंध से लोग घाट से दूर आ गए और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में बीडीओ हरिनारायण के साथ पुलिस एवं तहसील के अधिकारी एवं कर्मचारी घाट पर पहुंच गए। दुर्गंध से वहां खड़ा होना मुश्किल था। बाद में पीपीई किट पहने मजदूरों ने शवों को बाहर निकाला। शाम 4:30 बजे तक सभी को करंडा थाना क्षेत्र के गंगा किनारे खाली पड़े स्थानों पर गड्ढा खोदकर दफना दिया गया। 

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चंदौली के बड़ौरा घाट पर गंगा में उतराए मिले चार शव

चंदौली के बड़ौरा घाट पर बृहस्पतिवार को गंगा में चार शव उतराए मिले। इनमें से दो शव आधा गल चुके थे। प्रशासन ने गड्ढा खोदवाकर शवों को दफन करवा दिया।  ग्रामीणों के अनुसार पिछले एक सप्ताह से बड़ौरा घाट पर गंगा किनारे शवों को लगने का सिलसिला जारी है। बुधवार शाम दस शव घाट पर आ लगे थे। बड़ी तादाद में शवों को देखकर ग्रामीण काफी भयभीत थे।

लोगों ने नदी की तरफ जाना बंद कर दिया था। सूचना मिलने पर बृहस्पतिवार सुबह एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा, एसडीएम न्यायिक रम्या, तहसीलदार वंदना मिश्रा, नायब तहसीलदार प्रवीण कुमार, एडीओ पंचायत रमेश सिंह, थाना प्रभारी धानापुर विनोद कुमार मिश्रा फोर्स के साथ पहुंचे। लेकिन तब तक दस में से छह शव बह चुके थे। बचे चार शवों को प्रशासन ने जेसीबी से गड्ढा खोदवाकर दफन करवा दिया। 

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