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गंगापुल के चलते तीन साल लेट हुई ट्रेनों की रफ्तार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. प्रयागराज, झूंसी के पास गंगा पर निर्माणाधीन एक पुल के चलते मंडुवाडीह-प्रयागराज रेल लाइन दोहरीकरण व विद्युतीकरण योजना तीन साल विलंबित हो गई है। उक्त पुल के बनने और रेलपथ पर भीटी से प्रयागराज के बीच नई रेल लाइन बिछने के बाद ही दोहरीकरण प्रोजेक्ट पूर्ण होगा। तभी ट्रेनें रफ्तार से चल सकेंगी।

आरवीएनएल ने 12.5 करोड़ रुपये का मंडुवाडीह-प्रयागराज रेल लाइन दोहरीकरण व विद्युतीकरण प्रोजेक्ट तैयार किया है। सन-2017 में दूसरी लाइन पर काम शुरू हुआ। इसे चार चरणों में क्रियान्वित किया जा रहा है। चौथे चरण में मंडुवाडीह से ज्ञानपुर के पास भीटी तक 22 किमी लंबाई में लाइन बिछ चुकी है। वहां तक विद्युतीकरण भी लगभग हो चुका है। कोरोना काल में ट्रेनों का आवागमन कम होने के कारण काम तेजी से हुआ। आरवीएनएल के प्रतिनिधियों के मुताबिक काम पूरा हो चुका है, केवल सीआरएस निरीक्षण बाकी है।


झूंसी से रामबाग तक बननी है लाइन

झूंसी से प्रयागराज के रामबाग तक नई लाइन के लिए पुल बनाया जा रहा है। आरवीएनएल के प्रतिनिधियों के मुताबिक छह से सात फीसदी काम हो गया है। पाइलिंग की जा रही है।


भीटी से दूसरी लाइन से चलेंगी ट्रेनें

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि गंगा पर रेल पुल बनने तक भीटी से मंडुवाडीह के बीच दूसरी लाइन पर ट्रेनें दौड़ती रहेंगी। भीटी हॉल्ट से मंडुवाडीह तक अप व डाउन लाइन होने से आने-जाने में समय बचेगा। बीच के स्टेशनों पर ट्रेनों को रोकना नहीं पड़ेगा।


ज्ञानपुर से भीटी तक महज दो महीने में नई लाइन बिछी, विद्युतीकरण भी पूरा कराया गया। सीआरएस निरीक्षण के बाद इस नई लाइन पर ट्रेनें दौड़ने लगेंगी।-अशोक कुमार, जनसंपर्क अधिकारी

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