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बनारस में नपुंसक कहने पर लेडी डॉक्टर की क्लीनिक में ही सर पर हथौड़ा मारकर हत्‍या

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बनारस के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में संतरघुवर नगर कालोनी महमूरगंज में नपुंसक कहने पर देवर ने अपनी भाभी के सिर पर हथौड़ा मारकर हत्‍या कर दी। पारिवारिक विवाद को लेकर मारपीट के दौरान गंभीर रूप से जख्‍मी डा. सपना गुप्‍ता दत्‍ता की मौत हो गई। डॉ. सपना गुप्ता दत्ता क्षेत्र की एक महिला चिकित्‍सक हैं और दत्‍ता डायग्‍नोस्टिक एंड फ्रैक्‍चर सेंटर का संचालन करती हैं। आरोप है कि बुधवार को अस्‍पताल में ही देवर अनिल कुमार दत्‍ता से विवाद के दौरान आरोप है के उन्‍होंने नपुंसक कह दिया जिस पर आक्रोशित देवर अनिल कुमार दत्‍ता ने अपनी भाभी के सिर पर ताबड़तोड़ हथौड़ा से वारकर उनकी हत्या कर दी। आरोपित अनिल कुमार दत्ता पूर्व विधायक डा. रजनीकांत दत्ता का पुत्र है। 

आरोपित अनिल कुमार दत्ता पूर्व विधायक डॉ रजनीकांत दत्ता का पुत्र है और D7/4 सकरकंद गली थाना दशाश्वमेध वाराणसी का निवासी है। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार बुधवार को विवाद के दौरान मरीजों को देखने के लिए डा. सपना कुर्सी पर बैठी थीं। वहीं उनका देवर आक्रोशित होकर हाथ में हथौड़ा लेकर पहुंचा और ताबड़तोड़ वार कर उनको जख्‍मी कर दिया। जब तक उनकी जान बचाने की कोशिश की जाती तबतक काफी खूब बहने की वजह से उनकी मौत हो गई। वहीं वारदात की जानकारी होने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई है।


यह हुई वारदात: सिगरा थानांतर्गत संत रघुवर नगर कॉलोनी में संपत्ति विवाद को लेकर बहस के दौरान आपत्तिजनक बातें इतनी नागवार गुजरी कि बुधवार की सुबह 11.15 बजे देवर ने हथौड़े और धारदार हथियार से महिला चिकित्सक डा. सपना गुप्ता दत्ता (52) की नृशंस हत्या कर दी। मौके से हत्यारोपी अनील कुमार दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस हिरासत में वीडियो में बयान दर्ज कर आरोपी ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। मौके पर पहुंचे अलाधिकारियों ने घटना स्थल दत्ता डायग्नोस्टिक एंड फ्रैक्चर सेंटर का मुआयना किया। फोरेंसिक टीम मौके से साक्ष्य संकलन में जुट गई है। 

डॉ. सपना गुप्ता दत्ता सुबह अपने क्लीनिक में बैठी थीं। पूर्वाह्न 11.05 बजे उनका देवर चैंबर में घुस गया। दोनों के बीच कुछ कहा सुनी हुई। पास रखे हथौड़े और धारदार हथियार से आरोपी ने महिला के सिर पर जोरदार प्रहार किया। लहूलुहान चिकित्सक गिरकर छटपटाने लगीं। उन्होने बाहर भागने का भी प्रयास किया। लेकिन अरोपी उन्हें घसीटते हुए फिर चेंबर में ले आया। मौके पर मौजुद सिक्योरिटी गार्ड घनश्याम मिश्रा ने शोर मचाया तो कुछ ही देर मे मृतका के पति डा. अंजनी दत्ता भी पहुंच गए। इस दौरान आरोपी को पकड़ लिया गया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हत्यारोपी को हिरासत में ले लिया।


नंपुसक कहने पर की हत्या : पुलिस हिरासत में मौजुद आरोपी अनील कुमार दत्ता ने अपना बयान दर्ज कराया। हत्यारोपी के अनुसार वह विश्वनाथ गली स्थित अपने आवास पर रहता है। वह रोजाना की भांति बुधवार को भी अपने बुजुर्ग मां बाप से मिलने संत रघुवर नगर कॉलोनी स्थित मकान पर आया था। इस दौरान चेंबर में मौजुद डॉ. सपना गुप्ता दत्ता ने उसे नंपुसक कहकर संबोधित किया। जिस पर उसने अपना आपा खो दिया और धारदार हथियार से सिर पर हमला कर दिया। जबकि सूत्रों की मानें तो वह बाहर से ही हथौड़ा और धारदार हथियार लेकर आया था। उसकी नीयत पहले से ही खराब थी। बहरहाल, पुलिस साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच कर रही है।

सम्पत्ति विवाद बनी वजह : पूर्व विधायक व मृतका के ससुर डॉ. रजनीकांत दत्ता ने बताया कि उनके पांच पुत्रों में आरोपी अनिल तीसरे नंबर का है, जबकि सपना गुप्ता दत्ता के पति डा. अंजनी दुसरे नंबर के हैं। बड़े पुत्र डॉ. अश्वनी कुमार दत्ता गत 16 अप्रैल को कोरोना काल में अपनी जान गवा चुके हैं। चौथे पुत्र डॉ. आशीष दत्ता और सबसे छोटे अमित रघुवर नगर कॉलोनी स्थित पैतृक मकान में रहते थे। डा. रजनीकांत की सम्पत्ति को लेकर भाइयो में आए दिन विवाद होता था। 20 जून को भी परिवार में सम्पत्ति विवाद कलह की वजह बना था।


पुलिस की सक्रियता पर सवाल : महिला चिकित्सक की हत्या से एकबार फिर पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े हुए। परिवारजनों ने आरोप लगाया कि घटना से दो दिन पूर्व अनहोनी की आशंका व्यक्त करते हुए चिकित्‍सक ने सिगरा थाने में शिकायती पत्र दिया था। लेकिन उस पर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई। वहीं डॉ. सपना शुरु से ही अपने देवर की खराब नीयत को लेकर नाराज रहती थी। पुलिस के अनुसार कुछ दिनों पहले परिवार का विवाद थाने आया था। मौके पर 107/16 में पाबंद किया गया था।


बोले पुलिस अधिकारी: प्रथम दृष्टया सम्पत्ति विवाद का मामला प्रकाश में आया है। मौके से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए गए हैं। पूर्व पुलिस को दी गई शिकायतों की जांच कराई जा रही है। - विक्रांत विक्रम सिंह, डीसीपी।

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