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Ghazipur Weather News Today: आसमान में बादलों का वर्चस्व कायम, 5 दिनों तक होगी रुक-रुककर तेज बारिश

Ghazipur Weather News Today: गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पूर्वांचल में बीते तीन दिन से शुरू हुआ बादलों के प्रभावी होने का सिलसिला अगले पांच दिन भी चलता रहेगा। इसका सीधा फायदा गाजीपुर और आसपास के जिलों में रहने वाले लोगों को होगा। उन्हें गर्मी से काफी हद तक राहत रहेगी। इसके लिए पूर्वी यूपी से लेकर बंगाल की खाड़ी तक वायुमंडलीय परिस्थितियां बनी हुईं हैं।

Ghazipur Weather News

पूर्वांचल के 50 फीसद से अधिक स्थानों पर बारिश का पूर्वानुमान

मौसम विभाग विज्ञानी कैलाश पांडेय ने बताया कि पूर्वांचल के ऊपरी वायुमंडल में 18 हजार फीट की ऊंचाई चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा दक्षिण-पूर्व यूपी में एक निम्न वायुदाब क्षेत्र बन गया है। पुरवा हवाओं के चलते वातावरण में पर्याप्त नमी भी बनी हुई है। इन परिस्थितियों की वजह से ही आसमान में बादलों का वर्चस्व कायम है और रुक-रुककर तेज बारिश हो रही है। अगले दो दिन तक इन्हीं परिस्थितियों की वजह से पूर्वी यूपी के 50 फीसद से अधिक स्थानों पर बारिश होते रहने का पूर्वानुमान मौसम विज्ञानी जता रहे हैं।


हल्की से मध्यम बारिश होगी

दो दिन बाद होने वाली बारिश का माहौल बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में तैयार हो रहा है। वहां एक निम्न वायुदाब क्षेत्र बन रहा है, जिसके कल से परसों तक झारखंड, बिहार होते हुए पूर्वांचल के दक्षिणी हिस्से में पहुंचने के आसार हैं। इसके चलते दो अगस्त से पांच अगस्त के बीच कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम से तो कुछ पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।


बना रहेगा तापमान और हीट इंडेक्स पर नियंत्रण

बादलों के बने रहने और धूप के न निकलने से गजीपुर और आसपास के जिलों में तापमान नियंत्रित रहने का पूर्वानुमान है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद मौसम विज्ञानी जता रहे हैं। धूप के प्रभावी न होने से हीट इंडेक्स भी नियंत्रित रहेगा। ऐसे में अगले तीन से चार दिन तक उमस भरी गर्मी से कुछ हद तक लोगों को राहत मिलती रहेगी।


गाजीपुर में काली घटाओं से रिमझिम बरसात, जिले को झमाझम बारिश का इंतजार

उमस व गर्मी के बीच अपराह्न में थोड़ी देर के लिए बरसात से लोगों को थोड़ी राहत मिली, लेकिन यह राहत बस थोड़ी देर के लिए ही रही। बरसात बंद होते ही लोग फिर से धूप के साथ ही उमस का सामना करने लगे। इधर दो दिन से बारिश होने के चलते मौसम में थोड़ी नरमाहट महसूस की जा रही है। बारिश तो ज्यादा नहीं हुई है, लेकिन आसमान में बादलों के रहने से तपिश में कमी आयी है। बीच-बीच में सूर्य की तीखी किरण का भी लोगों को सामना करना पड़ रहा।


बारिश के बीच इधर दो दिनों से धूप-छांव का खेल चल रहा है। शुक्रवार की दोपहर में तो कई जिले के कई क्षेत्रों में कहीं हल्की, तो कहीं मध्यम गति से बरसात हुई है। वहीं आसमान में कई जगह लोगों ने काली घटाओं का नजारा देखा। देखने में ऐसा लग रहा था कि मानो मूसलाधार बारिश होगी, पर यह काली घटा जल्द ही हवा के साथ नदादर हो गयी। शहरी क्षेत्र में अपराह्न 1:46 बजे के आसपास पूरब की तरफ से घनघोर काली घटा छाने लगी थी और देखते ही देखते थोड़ी देर में बरसात शुरू हो गयी। 


बारिश का क्रम ज्यादा देर तक नहीं रहा, महज थोड़ी देर बरसने के बाद बादल छंट गया और फिर तीखी धूप ने परेशान कर दिया। थोड़ी देर के लिए हुई बरसात से शहर के कई जगहों पर कीचड़ व हल्का जल जमाव हो गया। जिससे लोगों को परेशान होना पड़ा। वहीं बरसात के बाद लोग फिर से उमस की चपेट में आ गये। तीन बजे के बाद से आसमान में फिर धूप-छांव का खेल प्रारंभ हो गया, जिससे धूप से राहत मिलती रही। शाम को इससे थोड़ी नमी भी महसूस हुई। दो दिन से बारिश हो जाने के चलते तापमान में स्थिरता बनी है। 


केवल एक-दो डिग्री के बीच उतार-चढ़ाव बना हुआ है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 26 डग्री पर बना रहा। इधर कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कालेज से मिली जानकारी के आधार पर आने वाले पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार घने बादल छाए रहेंगे। आगामी समय में मध्यम बारिश होने की संभावना है। उस दरम्यान अधिकतम तापमान 29 से 32 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की संभावना है। 


पूर्वी से पश्चिमी हवा के औसतन 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बहने की संभावना जतायी गयी है। ज़मानियां संवाद के अनुसार शुक्रवार को बारिश होने के चलते डाकघर परिसर में जल जमाव हो गया। इससे लोगों को परेशानी हुई। डाकघर में साफ-सफाई नहीं होने के कारण घुटने भर पानी लग गया। जरूर कार्यवश के लिये जाने वाले लोगों को परेशान देखा गया। 


डाकघर कर्मी जल जमाव को निकालने का काफी प्रयास करते रहे, पर जल जमाव अधिक होने से यह नहीं निकली पाया। बरसात का पानी कार्यालय के मुख्य द्वार तक पहुंच गया था। इसके चलते लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।

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