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NH-19 पर सुहाना होगा सफर, 2 हजार करोड़ की लागत से बनेगी वाराणसी से औरंगाबाद तक 192 KM सिक्स लेन सड़क

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पिछले कई वर्षों से नेशनल हाइवे पर दुश्वारियों का सामना करने वालों के लिए राहत भरी खबर है। जल्द ही सुहाने सफर के लिए वेल्सपन कंपनी निर्माण कार्य का शुरुआत करने जा रही है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई गई है। इसमें करीब दो हजार करोड़ की लागत से 27 महीने में वाराणसी से औरंगाबाद तक 75 पुल व 300 अंडरपास समेत 192 किलोमीटर सिक्स लेन सड़क का कार्य किया जाएगा। निर्माण कार्य की शुरुआत सासाराम और चंदौली से शुरू हो गई है। महीने के अंत तक वाराणसी में भी कार्य की शुरुआत हो जाएगी। नेशनल हाइवे 19 (पहले एनएच -2) के सड़क निर्माण का कार्य कर रही रही कंपनी ब्लैक लिस्टेड होने के बाद एनएचएआई ने इसका काम सोमा रोडीज और सोमा इंडस कंपनी को दे दिया।

नेशनल हाइवे 19 (पहले एनएच -2)

पिछले पांच सालों में घटिया निर्माण और लापरवाही के कारण यह सड़क जानलेवा और जर्जर हो गई। इस पर चलने वाले लोगों की जान कदम कदम पर खतरे में रहती है। एनएचएआई और कार्यदायी संस्था की लापरवाही के कारण जगह जगह सड़क और पुल निर्माण का काम अधूरा छोड़ दिया गया था जिसके कारण बड़ी कंपनी काम मे रुचि नही ले रही थी।खींचतान के कारण पिछले पांच साल से लठियां पुल टेक्निकल कारणों से टूट कर वैसे ही पड़ा रहा। यहां सर्विस रोड भी चलने लायक नही है। यहां कबाड़ी की दुकान और गिट्टी बालू वालों ने सड़क कब्जा कर रखा है। इसके अलावा अखरी पुल की हालत भी अधर में लटकी रही। इस कारण से जनता को भीषण जाम का सामना करना पड़ा। कंपनी द्वारा बनवाई गई जल निकासी की नाली और रेलिंग की स्थिति भी काफी जर्जर है दुर्घटना का कारण बनती है। ये भी पढ़े: वाराणसी के रास्ते गोरखपुर से प्रयागराज के बीच नई इंटरसिटी एक्सप्रेस चलेगी, सुबह 5 बजे से होगी संचालित

अस्थायी टोलप्लाज़ा पर जनता झेलती रही जाम : कंपनी की लापरवाही के कारण जनता लगातार वर्षों से डाफी में बने अस्थायी तोलप्लाज़ा पर जाम झेलती रही। 11 सालों से कार्यदायी संस्था अस्थायी मात्र 8 लेन की टोलप्लाजा से काम चला रही थी जबकि यहां पर 16 लेन का प्रस्ताव था। नए टोलप्लाज़ा पर एक तरफ की गाड़ियों का आवागमन शुरू हुआ लेकिन वह भी आजतक अधूरा ही है। वैसे तो राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाड़ियों की रफ्तार के लिए 80 किमी प्रति घंटा का मानक है लेकिन मोहनसराय से रामनगर तक सड़क की जर्जर हालत पर 30 से ज्यादा की रफ्तार में गाड़ियों का दम निकलने लगता है। कहीं भी सुरक्षा के मानक नहीं हैं और न ही संकेतक लगे हैं। लेकिन जल्द ही काम पूरा होने की उम्मीद है। 

जर्जर सड़क और बदहाल सर्विस मार्ग पर हर साल जाती हैं दर्जनों बेगुनाहों की जान : अगर आप वाराणसी की सीमा में मोहनसराय से प्रवेश करते हैं और औरंगाबाद तक सफर करना है तो कलेजा थाम कर रखियेगा।सड़क के बीच बने गड्ढे , नाली के आकार में बने रास्तों पर चलना मौत के मुंह से निकलने के बराबर होता है।मोहनसराय पुल, करनाडाड़ी , भदवर , लठियां ,अखरी , नुवांव , डाफी टोलप्लाज़ा से लेकर विश्वसुंदरी पुल और रामनगर में हर साल दर्जनों की संख्या में बेगुनाहों की जान जर्जर सड़क के कारण जाती है।सड़क और पुल निर्माण से दुर्घटनाओं में कमी होगी।

हाइवे की दुश्वारियों का मुद्दा सदन तक उठा : नेशनल हाइवे की दुश्वारियों का मुद्दा दैनिक जागरण लगातार प्रमुखता से उठाता रहा है। सदन में भी यह मुद्दा उठा लेकिन कोई राहत नहीं मिली। रोहनिया विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह ने भी गांव के पास होने के कारण इस मुद्दे की लिखित शिकायत की थी। इस समस्या के लिए पूर्व और वर्तमान जिलाधिकारी ने भी कार्यदायी संस्था और एनएचएआई को निर्देश दिया लेकिन कोई असर नहीं हुआ था। ये भी पढ़े: कब जारी होगा 2021 लेखपाल भर्ती का ऑफिशियल नोटिफिकेशन और कब से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया

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