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सिविल सेवा की परीक्षा में सारा अशरफ और जसवंत यादव ने लहराया परचम, बढ़ाया गाजीपुर जिले का मान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कदम चूम लेती है खुद आकर मंजिल, मुसाफिर अगर अपनी हिम्मत न हारे यह पंक्तियां जिले के होनहारों पर बिल्कुल सटीक बैठती है। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल सेवा परीक्षा 2020 का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इसमें जंगीपुर की सारा अशरफ 316वीं एवं परेवा के जसवंत यादव ने 509 वीं रैक हासिल कर जिले का मान बढ़ाया है।

गाजीपुर न्यूज़ टीम जंगीपुर के अनुसार नगर की निवासी सारा अशरफ ने सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण कर मेधा का परचम लहराया है। नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी अशरफ अली एवं सबीना परवीन की दो संतानों में पुत्री सारा अशरफ एवं पुत्र रेहान हैं। सारा की प्रारंभिक शिक्षा हरमन माइनर स्कूल नैनीताल से तथा हाईस्कूल एवं इंटर की शिक्षा वाराणसी स्थित डीपीएस से पूरी की। स्नातक मुंबई के मीठाबाई कालेज तथा परास्नातक दिल्ली के जामिया मीलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र से किया। उसने यह कामयाबी तीसरी बार में पाई है। सारा ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों एवं शुभचिंतकों को दिया है।

गाजीपुर न्यूज़ टीम शादियाबाद के अनुसार क्षेत्र के परेवां गांव निवासी जसवंत यादव ने 509वीं रैंक हासिल कर गांव का नाम रोशन किया। उसने हाईस्कूल एवं इंटर तक की पढ़ाई सेंट्रल एकेडमी लखनऊ से पूरी की। उसके बाद कानपुर स्थित आईआईटी से बीटेक किया। जसवंत के पिता नारद यादव 1988 बैच के पीसीएस और 2017 में भंडार निगम उत्तर प्रदेश के प्रबंध निदेशक रहे। 

वर्ष 2020 में यूपीसीबी के एडिशनल डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए। मां आशा देवी गृहिणी हैं। जसवंत पांच भाई-बहन में चौथे नंबर पर है। तीन बड़ी बहनों में डा. रीना यादव ओमान में प्रोफेसर तथा सीमा यादव लखनऊ में खाद्य सुरक्षा अधिकारी हैं जबकि अनीता यादव हिंदी से शोध कर रही हैं। सबसे छोटा भाई अभिषेक पढ़ाई कर रहा है। गांव पर चाचा घनश्याम यादव का परिवार रहता है। जसवंत ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरुजनों को दिया।

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