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गांव में बनेगी CNG गैस, गाय का गोबर देने पर ग्रामीणों को पैसा भी देगी उप्र सरकार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के गांवों में गाय के गोबर से सीएनजी (CNG) गैस बनेगी। गोबर गैस प्लांट की इस परियोजना में गोबर देने वाले ग्रामीणों, किसानों को गोबर का दाम भी मिलेगा। अभी कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोवर्धन के नाम से इस योजना की शुरुआत की है। यह एक अच्छा माडल है और इसे विस्तार दिया जाएगा। यह जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित जलवायु परविर्तन सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में दी।

उन्होंने कहा कि गंगा के तटवर्ती इलाकों में गंगा नर्सरी स्थापित की जा रही हैं। इन इलाकों में आर्गनिक खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी दे रही है। किसानों को अपने खेतों के मेड़ पर फलदार पौधे लगाता है तो उसे यह पौध मुफ्त में दिए जाते हैं। जब हम सत्ता में आए थे तब प्रदेश में केवल 250 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था। जल जीवन मिशन योजना के तहत हम 50 हजार गांवों तक नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे।

कुछ लोग केवल खाने के लिए जीते हैं और कुछ लोग जीने के लिए खाते हैं, यह संतुलन अगर बिगड़ेगा तो कई खतरे और गहराएंगे। मुझे याद है कि वर्ष 2017 में हमने सरकार सम्भाली थी, उस वक्त हमने सबसे पहले अवैध बूचड़खानों को बंद दिया, शुरुआत में थोड़ी दिक्कत भी आई। देखते ही देखते लोगों ने जानकारी देना शुरू की और उसके बाद स्वत: बूचड़खाने बंद होते चले गए। 

कई लोकार्पण भी हुए

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश के चयनित विरासत वृक्षों पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया। 400 पृष्ठों की हिन्दी व अंग्रेजी में प्रकाशित इस कॉफी टेबल बुक में प्रदेश के चुने हुए अत्यंत प्राचीन विरासत वृक्षों के चित्र और उनके से जुड़ी ऐतिहासिक व पौराणिक सामग्री उपलब्ध करवाई गई है।  वृक्षारोपण जनांदोलन 2021 पर आधारित एक अन्य कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया। इस वर्ष प्रदेश में करीब 30 करोड़ पौधे लगाए गए, जिनमें फलदार, औषधीय और जैव विविधता पर आधारित पौधे शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने व्यक्ति व परिवार के लिए कार्बल न्यट्रल पर आधारित एक मोबाइल एप का भी लोकार्पण किया। 

इस एप का उद्देश्य कार्बल उत्सर्जन को नियंत्रित करना है। इसके अलावा प्रदेश के वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री दारा सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री दुधवा नेशनल पार्क को मिले अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार का प्रमाण पत्र भेंट किया। यह पुरस्कार इस नेशनल पार्क में बाघ संरक्षण के लिए किये गये अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन के लिए दिया गया है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने आगरा, वाराणसी व गोरखपुर के ईको पर्यटन सर्किट का भी लोकार्पण किया।

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