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लगातार तीसरे दिन भी हो रही बारिश जनजीवन के लिए बनी खतरा, कच्‍चा मकान गिरने से दो लोगाें की मौत - Purvanchal News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. Purvanchal News: लगातार तीसरे दिन भी बारिश हुई। इसके कारण तापमान भी गिर गया है। रात को सिहरन बढ़ गई थी। लोगों को गर्मी से काफी हद तक राहत मिल गई है। बादल व बारिश के साथ ही पारे में गिरावट होने के कारण कई बार कूलर-पंखे भी बंद करने पड़ जा रहे हैं। अबकी अक्टूबर माह का आगाज बारिश के साथ हुआ है। गुरुवार की रात से ही हल्की बारिश शुरू हो गई। दिन में काशी सहित पूरे पर्वांचल में तेज व हल्की बरसात हुई। पूरे दिन आसमान में काले बादल छाए रहे।

भगवान सूर्य के भी दर्शन नहीं हुए। इसके कारण तापमान में भारी गिरावट हुई। अधिकतम पारा तो 30 डिग्री के भी नीचे आ गया। यह स्थिति अभी एक दिन रहने की उम्मीद है। यानी शनिवार को भी बारिश की प्रबल संभावना बनी हुई है। कारण कि पोस्ट मानसून का समय करीब एक सप्ताह तक बढ़ गया है। वैसे सामान्य तौर पर एक जून से 30 सितंबर तक ही मानसून रहता है। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि पश्चिम बंगाल में पिछले दिनों डिपरेशन (चक्रवात के पहले की स्थिति) का असर पूर्वांचल में भी शुरू हो गया है। 

गुरुवार को अचानक ही मौसम में बदलाव हो गया और कही बूंदाबांदी तो देर शाम बारिश भी हुई। इसके साथ ही शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए गए और बूंदाबांदी शुरू हो गई। हालांकि करीब पौने 11 बजे एक बार धूप भी हुई, लेकिन यह ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई। तुरंत बाद फिर से बादल शुरू हो गए। दोपहर में बारिश भी शुरू हो गई। बारिश की गति धीरे-धीरे बढ़ती रही है। प्रो. पांडेय बताते हैं कि इस बार अभी मानसून बना हुआ है। पोस्ट मानसून का समय भी सात-आठ अक्टूबर तक बने रहने की संभावना है। कारण कि एक साइक्लोन बना हुआ है। वहीं मौसम विभाग बाबतपुर के अनुसार शुक्रवार को शाम साढ़े पांच बजे तक 3.0 मिमी बारिश हो चुकी थी। वहीं अधिकतम तापमान गिरकर 29.0 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था।

शुक्रवार की रात कच्चा मकान गिरने से चंदौली जिले के धानापुर थाना के हिंगुतरगढ़ में मकान गिरने से कमली देवी (38) और बलुआ थाना के सर्वानंदपुर में कच्ची दीवार गिरने से रामदिहल यादव (48) की मौत हो गई। घटनाओं से कोहराम मच गया। लगातार बारिश से जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है। गंगा के जलस्तर में इजाफा हो रहा है। वहीं बांधों का जलस्तर भी बढ़ रहा है। इससे बाढ़ का खतरा दोबारा मंडराने लगा है। बारिश में तार टूटने और पेड़ गिरने से मुख्यालय समेत जिले के अधिकांश इलाकों में बिजली गुल रही। शनिवार की सुबह मरम्मत के बाद आपूर्ति बहाल हो सकी।

सर्वानंदपुर गांव निवासी रामदिहल शुक्रवार की रात खाना खाने के बाद घर के बाहर मड़ई में सोने चले गए। लगातार बारिश की वजह से देर रात मड़ई की मिट्टी की दीवार अचानक भरभराकर गिर पड़ी। इसकी चपेट में आने से रामदिहल गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दीवार गिरने की आवाज सुनकर स्वजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे। घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चहनियां ले जा रहे थे। इसी बीच उन्होंने दम तोड़ दिया। दूसरी घटना धानापुर के हिंगुतरगढ़ गांव की है। बारिश से कच्चा मकान धराशाई हो गया। 

इससे कमली देवी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उनकी बहन बिंदा घायल हो गईं, जिनका इलाज निजी चिकित्सालय में कराया गया। मिश्रपुरा गांव में गोविंद मौर्या का कच्चा मकान धराशाई हो गया। इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन पशुओं का चारा बर्बाद हो गया। बारिश से निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है। मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन, कचहरी पुलिया समेत सर्विस रोड पर जगह-जगह जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई। शुक्रवार की देर रात कचहरी के समीप विद्युत तार टूट गया। वहीं सकलडीहा रोड पर लगे ट्रांसफार्मर पर पेड़ टूटकर गिर पड़ा। इसके चलते बिजली व्यवस्था चरमरा गई। लोगों को बगैर बिजली रात गुजारनी पड़ी। शनिवार की सुबह मरम्मत होने के बाद बिजली आपूर्ति सुचारू हो सकी। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

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