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बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर यूपी की सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश

गाजीपुर न्यूज़ टीम, चंदौली. नौगढ़ स्थानीय थाना परिसर के सभागार में सोमवार को सीओ नक्सल श्रुति गुप्ता की अध्यक्षता में नक्सल बैठक सम्पन्न हुई। इसमें बिहार सहित समीपवर्ती चंदौली, मिर्जापुर व सोनभद्र के पुलिस अधिकारी शामिल रहे। बैठक में नक्सली गतिविधियों पर चर्चा के दौरान नक्सलियों पर नजर रखने पर बल दिया गया। बताया कि समय -समय पर इनकी स्थानीय थाने में उपस्थिति दर्ज कराई जाए। नक्सली गांवों में हुए विकास कार्यो की समीक्षा भी की गई।

बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर चौकसी बरती जा रही है। वन क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पुलिस व पीएसी के अधिकारियों ने बैठक के दौरान अपने अपने क्षेत्र की समस्याएं आदान प्रदान की। चंदौली के अलावा बिहार राज्य के कैमूर, मिर्जापुर व सोनभद्र पुलिस व पीएसी के अधिकारियों ने मंथन कर सतर्कता बढ़ाने और सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान पर सहमति बनाई। 

कांबिंग तेज कर नक्सल गतिविधियों पर नजर रखी जाए। बिहार के चैनपुर और चांद में पंचायत चुनाव को लेकर चर्चा की गई। निर्देश दिया कि आठ अक्टूबर को चैनपुर और 20 अक्टूबर को चांद में पंचायत चुनाव है। बिहार से सटे हुए चंदौली सीमा को सील किया जाएगा। शराब माफियाओं पर छापेमारी की जाएगी। जेल से छूटकर आए नक्सलियों की आय के स्रोतों का व उनसे मिलने-जुलने वालों का पता लगाने पर मंथन किया गया। 

समन्वय व सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान व एक्शन लेने का निर्णय लिया गया। एडिशनल एसपी कैमूर नितिन कुमार, एसआइ नक्सल सोनभद्र विश्वनाथ सिंह, थानाध्यक्ष नौगढ़ राजेश सरोज, एसएचओ चकरघट्टा दीनदयाल पांडेय, शेषनाथ, राजेश यादव आदि मौजूद थे।

गांवों में जब रोजगार दिवस ही नहीं, तो कैसे चलेगी मनरेगा : मनरेगा के नाम पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस का आयोजन न होने से मजदूरों को काम की गारंटी का सपना साकार नहीं हो पा रहा है। उन्हें मनचाहा काम नहीं मिल पा रहा। 

अभी भी गांवों में दर्जनों की संख्या में गरीब हैं, जो चाहकर भी रोजगार से दूर हैं, जबकि रोजगार दिवस के जरिए मजदूरों को काम दिए जाने का प्रविधान किया गया है।मनरेगा के तहत जरूरतमंदों को काम दिलाने का शासन का निर्देश है। इसके लिए ग्राम पंचायतों में प्रत्येक माह एक रोजगार दिवस के आयोजन का निर्देश है। इसमें जरूरतमंदों व मजदूरों को बुलाकर मनरेगा योजना के बारे में जानकारी दी जाती है।

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