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Ghazipur News : कब्जे और अवैध वसूली की आईं शिकायतें, डीएम और एसपी ने निपटारे का निर्देश दिया

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के सातों तहसीलों पर शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कब्जे और अवैध वसूली की शिकायतों पर अधिकारी गंभीर रहे। डीएम और एसपी ने फरियादियों की फरियादें सुनीं और उनके निपटारे का निर्देश दिए। 

सातों तहसीलों में कुल मिलाकर 524 प्रार्थना पत्र आए। जिनमे से महज 18 शिकायतों का ही निपटारा किया जा सका। अधिकारियों ने अधीनस्थों को समस्याओं के समाधान के प्रति गंभीर रहने की हिदायत दी। मुख्य दिवस सैदपुर में हुआ। जहां नौ बजे से ही दूर-दराज इलाकों से फरियादी पहुंच चुके थे। सुबह 10 बजे पहुंचे डीएम एवं एसपी ने एक-एक प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई शुरू की।

औड़िहार में सुबह दस बजे शुरू हुए संपूर्ण समाधान दिवस पर सबसे पहला प्रार्थना-पत्र एसडीएम के समक्ष रामचरनपुर निवासी प्रियंका ने दिया। कहा कि प्रबंधन प्रमाणपत्र देने की एवज में 25 हजार रुपये मांग रहा है। एसडीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को मामले का निपटारा करने को कहा। 10.30 बजे डीएम मंगला प्रसाद और एसपी रामबदन सिंह पहुंचे और फरियादियों की फरियादें सुनीं। यहां 135 प्रार्थना-पत्र आए, जिसमें महज पांच का निपटारा हुआ। 

सेवराई तहसील क्षेत्र के सरैला गांव निवासी राशिद खान ने प्रार्थना पत्र देकर लोक निर्माण विभाग द्वारा चक-आउट की जमीन में सड़क निर्माण कराए जाने की मांग की। कहा कि सरैला मौजा में चक आउट की जमीन पर उसका काब्जा होने के बावजूद विभाग ईदगाह तक जाने वाली सड़क का निर्माण करा रहा है। जिसमें बेवजह उसकी जमीन जा रही है। जखनिया में एसडीएम  की अध्यक्षता में 115 शिकायत पत्र में दो का, सदर तहसील में 71 में चार, सेवराई में 38 में एक, जमानिया में 69 में दो, मुहम्मदाबाद में 54 में तीन, कासिमाबाद में 42 में से एक प्रार्थना-पत्र का निपटरा किया गया। 

इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. हरगोविंद सिंह, जिला विकास अधिकारी भूषण कुमार, परियोजना निदेशक बाल गोविंद आदि मौजूद रहे। उधर, डीएम ने अधिकारियों को संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों के निपटारे में गंभीरता लाने का निर्देश दिया। लेखपालों को अपने-अपने हल्के से प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक-एक तालाब एवं चकरोड को अतिक्रमण मुक्त कराने को कहा।

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