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बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर बनेंगे 4 फ्यूल स्टेशन, मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जाएगा खेल विश्वविद्यालय

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. हाल ही में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे शुरू करने वाली सरकार अब जल्द ही बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण कराने की तैयारी में है। इसे देखते हुए कैबिनेट ने इस एक्सप्रेसवे पर चार फ्यूल स्टेशन स्थापित किए जाने की स्वीकृति दे दी है। इसके साथ ही कोरोना के प्रकोप के दौरान पड़े प्रभाव को देखते हुए बुंदेलखंड के साथ ही गोरखपुर लि‍ंक एक्सप्रेसवे के अनुबंध के शेड्यूल-एच के शिथिलीकरण को बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। वहीं  मेरठ के सलावा गांव में बनने वाले प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय को मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जाएगा।

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जा रहा है, जो कि जल्द ही पूरा होने वाला है। विधान सभा चुनाव के पहले योगी सरकार इसका लोकार्पण कराने की तैयारी में है। इसे देखते हुए सरकार ने इस एक्सप्रेसवे पर चार फ्यूल स्टेशन स्थापित करने के प्रस्ताव को स्वीकृत किया है। आयल मार्केङ्क्षटग कंपनियों के चयन, उनके साथ अनुबंध करने और चयनित कंपनियों को जमीन हस्तांतरित करने के लिए यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को अधिकृत किया गया है। इससे केंद्र और राज्य सरकार पर कोई व्ययभार संभावित नहीं है। इन फ्यूल स्टेशनों की स्थापना कंपनी ओन्ड कंपनी आपरेटेड (कोको) पद्धति पर की जाएगी। एक्सप्रेसवे पर बांदा के गांव सरौली वाले चैनेज पर भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड, हमीरपुर के गांव चिल्ली वाले चैनेज पर इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड, जालौन के गांव पुरवा वाले चैनेज पर भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड और जालौन के गांव किरवाहा के चैनेज पर भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा यह फ्यूल स्टेशन बनाए जाएंगे।

इसके अलावा कोविड-19 महामारी के दौरान ठेकेदारों के सामने आई नकदी की समस्या के समाधान के लिए भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों व ठेकेदारों के अनुरोध पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर ङ्क्षलक एक्सप्रेसवे के लिए निर्माणकर्ताओं के साथ हुए अनुबंध के शेड्यूल-एच (कांट्रैक्ट प्राइज वेटेज) के शिथिलीकरण को 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरङ्क्षवद कुमार का कहना है कि दोनों ही एक्सप्रेसवे समय से बन जाने से जन सामान्य को यातायात में सुगमता मिलेगी, साथ ही रोजगार के अवसर भी तैयार होंगे।

मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जाएगा खेल विश्वविद्यालय : मेरठ के सलावा गांव में बनने वाले प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय को मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जाएगा। गुरुवार को कैबिनेट ने उप्र स्टेट स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (संशोधन) बिल 2021 को मंजूरी दे दी है। भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान मेजर ध्यानचंद को हाकी का जादूगर भी कहा जाता है। खेल विश्वविद्यालय के नामकरण के साथ ही विश्वविद्यालय में वित्त अधिकारी का पद भी सृजित करने को हरी झंडी दे दी गई है।

मालूम हो कि खेल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस खेल विश्वविद्यालय का नाम मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय किए जाने की घोषणा की थी। अब इसे अमली जामा भी पहना दिया गया है। 700 करोड़ रुपये की लागत से 91 एकड़ में यह विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। करीब दो साल में यह विश्वविद्यालय बनकर तैयार हो जाएगा। यहां तीन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शूटि‍ंग रेंज भी होंगे। खेलों पर शोध भी किया जाएगा।


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