अवधेश राय हत्याकांड मामले में अगली सुनवाई 18 जनवरी को, जेल से मुख्तार अंसारी की हुई पेशी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. लगभग 31 साल पूर्व लहुराबीर क्षेत्र में हुए चर्चित अवधेश राय हत्याकांड मुकदमे में सुनवाई अब 18 जनवरी को होगी। विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) सियाराम चौरसिया की अदालत में विचाराधीन इस मुकदमे में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी भी आरोपित हैं। शनिवार को सुनवाई के दौरान अदालत में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार अंसारी की बांदा जेल से पेशी हुई। इस दौरान मुख्तार अंसारी ने मुकदमे में अपना अधिवक्ता नियुक्त करने के लिए अदालत से समय मांगा।
मुख्तार अंसारी ने कहा कि इलाहाबाद की अदालत से बनारस की अदालत में उक्त मुकदमे के स्थानांतरित होने की उन्हें जानकारी नहीं थी। इस पर अदालत ने मुख्तार अंसारी को अधिवक्ता नियुक्त करने का अवसर देते हुए अगली सुनवाई के लिए 18 जनवरी की तिथि निर्धारित कर दी। अदालत में अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी ज्योति शंकर उपाध्याय ने पक्ष रखा। दूसरी ओर अदालत में बयान देने के लिए हाजिर हुए अजय राय ने मुख्तार अंसारी से जान का खतरा होने की बात कहते हुए मुकदमे की सुनवाई पूरी होने तक पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने की अपील की। हालांकि, विशेष न्यायाधीश ने उनके हाजिर होने के दौरान सुरक्षा मुहैया कराने का पुलिस कमिश्नर को पूर्व में आदेश दे रखा है लेकिन मुकदमे के निस्तारण तक सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किए जाने पर जिलाधिकारी को भी मुकदमे की तिथि पर अदालत में उपस्थित होने के लिए अजय राय को सुरक्षा व्यवस्था प्रदान कराये जाने का आदेश दिया।
बता दें कि तीन अगस्त 1991 को लहुराबीर क्षेत्र में स्थित आवास के गेट पर ही अवधेश राय के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम व राकेश न्यायिक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अजय राय का अदालत में गवाही की कार्रवाई चल रही थी इसी बीच इलाहाबाद स्थित विशेष न्यायालय में मुकदमा स्थानांतरित हो गया। इस बीच हाईकोर्ट के आदेश पर उक्त मुकदमे की सुनवाई पुनः स्थानीय विशेष न्यायाधीश (एमपी -एमएलए) सियाराम चौरसिया की अदालत में की जाने लगी।
बीते 13 जनवरी को सुनवाई के दौरान अजय राय की ओर से अधिवक्ता अनुज यादव व विकास सिंह ने अदालत में इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया था कि अवधेश राय हत्याकांड मुकदमे में अजय राय प्रमुख गवाह हैं। इस मामले में मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी,भीम सिंह,कमलेश सिंह व राकेश न्यायिक समेत कई आरोपित हैं। अजय राय की गवाही की कार्यवाही लंबित है। उक्त मुकदमे के आरोपितों द्वारा सुलह करने के लिए उनपर दबाव बनाया जा रहा है और सुलह न करने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
इसको देखते हुए पूर्व में उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी लेकिन बाद में राजनैतिक प्रतिद्वंदिता के चलते सुरक्षा वापस ले ली गई। गवाही देने आते-जाते समय मुख़्तार अंसारी एवं उनके गुर्गों द्वारा उनकी हत्या कराए जाने की पूरी संभावना है। वहीं दूसरी ओर इसी अदालत में विचाराधीन गाजीपुर जनपद मे फर्जी पते पर दोनाली बंदूक का लाइसेंस लेने के मामले में भी सुनवाई टल गई। अदालत ने इस मामले में भी अगली सुनवाई के लिए 19 जनवरी की तिथि नियत कर दी है।
