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गोरखपुर की यह लड़की सुपरवाइजर की नौकरी छोड़कर क्‍यों बनी बस चालक, जानें

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. इलेक्ट्रिक बस चलाकर सुर्खियों में आई पूजा प्रजापति नए साल में शहर के लोगों को स्व'छता का पाठ पढ़ाएंगी। नगर निगम ने उन्हें स्वच्‍छ सर्वेक्षण 2022 का ब्रांड एंबेस्डर चुना है। वह लोगों को स्वच्‍छता के प्रति जागरूक करेंगी, साथ ही कार्यों की जानकारी देंगी। ब्रांड एंबेस्डर बनने के बाद भी पूजा अपने लक्ष्य से भटकी नहीं हैं। वह हर हाल में महिलाओं को उनकी ताकत का अहसास कराना चाहती हैं। वह उन्हें आगे लाना चाहती हैं। इसीलिए तो योग्यता व चयन होने के बाद भी उन्होंने सुपरवाइजर की नौकरी छोड़ चालक बनना पसंद किया।

गोरखपुर में महिलाओं के लिए अलग से चालक प्रशिक्षण केंद्र चाहती हैं पूजा, कर रही हैं मांग

बातचीत में पूजा ने बताया कि उन्हें वाहनों की तकनीकी के बारे में पर्याप्त जानकारी है। वह खुद नोएडा में ट्रकों का रेस लगाती रही है। जब पता चला कि गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बसें चलनी हैं तो साक्षात्कार देने पहुंच गई। विभाग ने उसका चयन सुपरवाइजर के पद पर किया। लेकिन उसने चालक का पद स्वीकार किया। ताकि, उसे देखकर अन्य लड़कियां आगे आएं। इलेक्ट्रिक बस में ही लड़कियों के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर हैं, लेकिन वह संकोच करती हैं। लड़कियां लड़कों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं, सिर्फ संकोच छोडऩा होगा। सोच बदलनी होगी। खुद आत्मनिर्भर बनना होगा। सरकार भी सहयोग कर रही है।

नए साल में शहर के लोगों को स्वच्‍छता का पाठ पढ़ाएंगी पूजा प्रजापति, बनीं हैं ब्रांड एंबेस्डर

खोराबार क्षेत्र के डिबिया की रहने वाली बातचीत में पूजा ने बताया कि उसकी इच्‍छा है कि गोरखपुर में लड़कियों के लिए अलग से चालक प्रशिक्षण केंद्र खुल जाए। ताकि, उन्हें भी पर्याप्त अवसर मिल सके। इसके लिए वह सरकार से भी मांग करती हैं। पूजा हाकी खिलाड़ी भी रह चुकी हैं। पूजा चंद्रकांति रमावती देवी पीजी कॉलेज से राजनीति विज्ञान विषय से परास्नातक (एमए) की पढ़ाई भी कर रही हैं।

मुख्यमंत्री की मिल चुकी है शाबाशी

पूजा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी शाबाशी मिल चुकी है। 29 दिसंबर को इलेक्ट्रिक बस के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री पूजा की बस में ही बैठे थे। साथ ही पहली बस चालक बनने पर बधाई भी दी थी।

 
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