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बैंक ऑफ बड़ौदा का ब्रांच मैनेजर गिरफ्तार, 48 करोड़ का किया था गबन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखनऊ की गोमतीनगर पुलिस ने स्मारक समिति के 48 करोड़ रुपये की हेराफेरी में शामिल बैंक ऑफ बड़ौदा रोशनाबाद के ब्रांच मैनेजर को गिरफ्तार किया है। इस मामले में स्मारक समिति के मुख्य प्रबंधक पवन कुमार गंगवार की तरफ से गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें पुलिस दलाल समेत कई लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। 

एसीपी श्वेता श्रीवास्तव के मुताबिक 16 सितंबर 2021 को मुख्य प्रबंधक ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा रोशनाबाद के मैनेजर नागेंद्रपाल निवासी सुशांत गोल्फ सिटी को आरोपी बनाया था। छानबीन में पता चला कि पे-राइट सर्विसेज के निदेशक सतीश पाण्डेय के साथ मिल कर एलडीए के दलाल शैलेंद्र उर्फ शैलू ने घोटाले की पटकथा लिखी थी। 

एसीपी के मुताबिक कर्मचारियों के 276 करोड़ रुपये की एफडी कराई जानी थी। यह बात पता चलने पर शैलेंद्र ने संदीप, मुकेश पाण्डेय और दीपक यादव ने बैंक ऑफ बड़ौदा रोशनाबाद के मैनेजर नागेंद्र पाल से सम्पर्क किया था। गबन करने के इरादे से ही जाली दस्तावेजों के आधार पर अकाउंट खुलवाया गया था। जिसमें नागेंद्र पाल ने मदद की थी।

वहीं, गिरोह के सदस्य कृष्ण मोहन श्रीवास्तव को अकाउंट संचालन करने की अनुमति दी गई थी। जिसके बाद कृष्ण मोहन ने संदीप की मदद से 48 करोड़ रुपये पे-राइट सर्विसेज के खाते में आरटीजीएस किए थे। एसीपी के मुताबिक ठगों ने 38 करोड़ रुपये की एफडीए बनवाई थी। वहीं, 10 लाख रुपये पे-राइट कम्पनी के खाते में रोक लिए गए थे। इस फर्जीवाडे में बैंक मैनेजर को पूरी जानकारी थी। एसीपी के मुताबिक नागेंद्र पाल मूल रूप से सिद्धार्थनगर के खेसराहा का रहने वाला है।

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