छोटे बच्चों का घर पर ही बन जाएगा आधार कार्ड, पोस्टमैन को मिली नई जिम्मेदारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. डाक विभाग के डाकिया इन दिनों सिर्फ खत पहुंचाने के साथ ही अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों का आधार कार्ड भी बना रहे हैं। इसके लिए आईपीपीबी व डाक विभाग की संयुक्त टीम ने 75 डाकियों को विशेष प्रशिक्षण देकर आधार नामांकन की जिम्मेदारी सौंपी है। सभी को स्मार्ट फोन के साथ अन्य उपकरण भी मुहैया कराए गए हैं।
डाकिए के स्मार्ट फोन में एप भी इंस्टाल है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों का आधार कार्ड का सत्यापन उसकी मां के अंगूठे से कर रहे हैं। अबतक 75 शाखा डाकघरों से जुड़े क्षेत्रों में 20 हजार बच्चों के साथ कुछ अन्य लोगों का आधार इनरोलमेंट हुआ है। इसके लिए अभिभावकों को कोई शुल्क भी नहीं देना पड़ा है। जल्द ही अभिभावकों को रजिटर्ड डाक से आधार कार्ड भी मिल जाएगा।
केन्द्र सरकार की बाल नामांकन सेवा योजना को धरातल पर उतारने के लिए इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) व डाक विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पहले चरण में जनपद के 118 डाकियों को आधार कार्ड बनाने का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया। इसके बाद यूआईडीआई ने ऑनलाइन परीक्षा ली। इसमें महज 75 शाखा डाकघरों के 75 डाकिया बाबू सफल हो सके। बीते सप्ताह इन सभी को स्मार्ट फोन समेत अन्य उपकरण मुहैया कराकर आधार कार्ड बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। अब ये डाकिया अपने क्षेत्र के घर-घर जाकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों का आधार कार्ड बना रहे हैं।
मां के अंगूठे से होगा सत्यापन
छोटे बच्चों के आधार कार्ड बनाने में अनियमितता रोकने के लिए विभाग ने ठोस कदम उठाए हैं। पांच साल से छोटे बच्चों के आधार का सत्यापन मां के अंगूठे से किया जाएगा। क्योंकि छोटे बच्चों के अंगूठे की लकीरें स्पष्ट नहीं होती हैं। डाक विभाग ने मां के अंगूठे से ही सत्यापन का फैसला लिया है।
कार्ड में बदलाव पर 50 रुपये शुल्क : डाक विभाग की ओर से आधार कार्ड बनाने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा। सिर्फ आधार कार्ड में कुछ बदलाव कराने पर 50 रुपये शुल्क देना अनिवार्य होगा। मोबाइल नंबर पर आने वाला मैसेज ही उसकी रसीद होगी।
337 शाखा डाकघरों में से 75 में सेवा शुरू
बाल नामांकन बढ़ाने के लिए पहले चरण में जनपद के 337 में से 75 शाखा डाकघरों से जुड़े क्षेत्रों में पिछले सप्ताह पांच साल से कम उम्र के बच्चों का आधार कार्ड बनाने की मुहिम शुरू हुई। अधिकारियों का कहना है कि डाकियों को प्रशिक्षण की कवायद चल रही है। आधार इनरोलमेंट के लिए सभी डाकियों को यूआईडीआई की ऑनलाइन परीक्षा पास करनी अनिवार्य है। ऐसे में दूसरे चरण में शेष बचे 262 शाखा डाकघरों में भी बहुत जल्द ग्रामीणों को घर बैठे अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने की सुविधा मिलेगी।
सर्वाधिक आधार कार्ड बनाने वाले को मिलेगा पुरस्कार
इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के शाखा प्रबन्धक नीतेश कुमार पाण्डेय का कहना है कि आधार कार्ड बनाने वाले डाकियों को प्रति इनरोलमेंट 11 रुपये का इन्सेटिव दिया जा रहा है। इसके साथ ही 31 मार्च तक सर्वाधिक आधार कार्ड बनाने वाले डाकिए को बैंक की तरफ से पुरस्कार भी दिया जाएगा। यानि 5000 से अधिक आधार कार्ड बनाने वाले को पुरस्कार में स्कूटी दी जाएगी। 3000 से 4999 आधार कार्ड बनाने पर स्मार्ट टीवी या लैपटाप दिया जाएगा। इसी तरह अन्य पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
