यूपी में का बा के जवाब में जनता बोली यूपी में बाबा बा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचार के दौरान में बिहार की काफी चर्चित गायिका नेहा सिंह राठौर का गीत यूपी में का बा का भाजपा के सांसद रवि किशन के बाद अब उत्तर प्रदेश जनता ने भी जवाब दे दिया है।
उत्तर प्रदेश में सात चरण के मतदान के बाद गुरुवार को रुझान में भाजपा को बड़ी बढ़त की ओर देख जनता के साथ भाजपा के कार्यकर्ता भी एक स्वर में कहने लगे हैं कि यूपी में बाबा। इससे पहले भी भाजपा के कार्यकर्ता कह रहे थे कि अब 10 मार्च बताई ईवीएम में का बा। बिहार में का बा गाकर सुर्खियां बटोरने वाली नेहा सिंह 'यूपी में का बा' गाने के साथ चर्चा में थी। विपक्षी दल भी उनके गाने को लेकर भाजपा के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलने लगे। इसके बाद गोरखपुर से भाजपा के सांसद रवि किशन शुक्ला ने 'यूपी में सब बा' से माहौल बनाने का प्रयास किया। अब उत्तर प्रदेश की जनता ने यूपी में का बा के जवाब में जनता बोली यूपी में बाबा।
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान पहले रैली और बड़ी सभाओं पर चुनाव आयोग की पाबंदी थी। ऐसे में राजनीतिक दलों ने जनता को जनता को अपनी ओर खींचने के लिए गानों का सहारा लिया। बिहार की गायिका नेहा सिंह ने गीत गाया कि यूपी में का बा तो भाजपा ने गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला की आवाज में 'यूपी में सब बा' गाना रिलीज कराया। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने 'जनता पुकारती है, अखिलेश आइए' से वोटर्स को लुभाने का प्रयास किया। नेहा ने गाने में क्या-क्या कहा राठौर के गाने में लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने का मामला, हाथरस में दुष्कर्म समेत कई अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए सरकार से सवाल किया।
राठौर ने अपने गाने में कहा था कि बाबा के दरबार बा, खतम रोजगार बा....हाथरस के निर्णय जोहत लड़की के परिवार बा... अरे का बा.. यूपी में का बा... कोरोना से लाखन मर गईल ले,...कोरोना से लाखन मर गईल ले ... लाशन से गंगा भर गईल बे, टिकठी औ कफन नोचत कुकुर बिलार बा, ऐ बाबा, यूपी में का बा। बिहार के कैमूर निवासी राठौर ने यूपी के कानपुर से पढ़ाई की है। वह सोशल मीडिया और वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर लोकगीत गाती रही हैं।
उत्तर प्रदेश में 17वीं विधानसभा का कार्यकाल 15 मई तक है। 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक सात चरण में में हुए थे। भाजपा ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया था। प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए दस फरवरी से हुए सात चरण के चुनाव में सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच माना गया। भाजपा ने सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ा और इतिहास बनाया।