Today Breaking News

जौनपुर में वकील के मुंशी को नहीं मिली एंबुलेंस, ट्राली से अस्पताल ले जाते समय रास्‍ते में ही मौत

गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. इसे विधि का विधान ही कहेंगे कि तहसील बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता छोटेलाल निडर के सहयोगी (मुंशी) सोमवार को अचेत होकर गिर पड़े। फोन करने पर एंबुलेंस भी पहुंची, जान बचाने के लिए अधिवक्ता आनन-फानन मुंशी को ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। घटना को लेकर स्वजनों में जहां कोहराम मचा है वहीं हर कोई स्तब्ध है। देररात तक अधिवक्ता व स्वजन पोस्टमार्टम हाउस पर डंटे रहे। चंदवक थाना क्षेत्र के सिधौनी निवासी अरुण कुमार (52) किराए का मकान लेकर रेलवे स्टेशन पर रोड पर रहते थे।

सोमवार की शाम चार बजे वह कामकाज निपटाकर घर जाने की तैयारी में थे कि इसी दौरान अचेत होकर गिर पड़े। अधिवक्ता ने अचेतावस्था जानकार चेहरे पर पानी का छिड़का। होश में न आने पर एंबुलेंस को फोन किया। इसी दौरान जल्दबाजी में परिसर के बाहर ठेले को देखकर उस पर लादकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

मृत मुंशी अरुण कुमार के परिवार में पत्नी चंद्रकला के अलावा दो पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। बड़ा पुत्र सौरभ चौधरी लखनऊ में रहकर बीटेक कर रहा है। जानकारी मिलते ही स्वजन और शुभचिंतक, अधिवक्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। बार संघ के पूर्व अध्यक्ष छोटेलाल निडर ने बताया कि सहायक को अचेतावस्था में देख हम लोगों ने एंबुलेंस को फोन किया। 

इसी दौरान हम लोग आनन-फानन ठेले पर लादकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। एंबुलेंस भी साथ-साथ ही पहुंची। बोलीं सीएमओ...मुख्य चिकित्साधिकारी डा. लक्ष्मी सिंह ने कहा कि एंबुलेंस बेहतर सेवा दे रही है। काल किया जाय और एंबुलेंस न पहुंची हो, ऐसा प्रश्न ही नहीं उठता है। वहीं एंबुलेंस के ईएमटी अतुल कुमार ने बताया कि 4.26 बजे मेरे पास लखनऊ मुख्यालय से फोन आया था, एंबुलेंस 4.35 बजे जब मौके पर पहुंची तो पता चला कि लोग लेकर अस्पताल चले गए हैं।

'