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पूर्वांचल के जिलों में गेहूं खरीद की धीमी रफ्तार, ज्‍यादातर क्रय केंद्र अब तक सूने

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद के लिए क्रय केंद्र खोलने और किसानों से खरीद की घोषणा तो कर दी गई, लेकिन विभागीय अफसरों की सुस्ती से खरीद की गति कछुआ चाल चल रही है। 10 दिन बीतने के बाद भी पिछले साल की तुलना में अब तक पूर्वांचल के दस जिलों में 26,634 क्विंटल गेहूं की कम खरीद हुई है। 

एक वजह यह भी सामने आ रही है कि आढ़ती सरकार की ओर से घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य की तुलना में आढ़ती किसानों को थोड़ी अधिक कीमत दे रहे हैैं। इससे किसान क्रय केंद्रों तक जाने के बजाय खलिहानों से ही सीधे व्यापारियों को गेहूं बेच दे रहे हैैं। पूर्वांचल के जिलों में बीते 10 दिनों में हुई खरीद पर केंद्रित रिपोर्ट...।

सही समय पर नहीं मिल पाता उपज का दाम

चंदौली के किसान विजय शंकर सिंह बाबिल का कहना है कि क्रय केंद्रों पर अपेक्षानुरूप खरीद नहीं होने की मुख्य वजह है किसानों को उपज बिक्री का दाम समय पर नहीं मिल पाता। शासन से 72 घंटे के भीतर भुगतान करने की व्यवस्था है, लेकिन बीते साल उपज बेचने के एक माह बाद धनराशि खाते में आई थी। क्रय केंद्र से अधिक दाम पर आढ़ती खलिहान से ही गेहूं खरीद रहे हैं। डीजल और खाद की कीमतें बढऩे से किसानों की लागत बढ़ी है। ऐसे में दाम भी वाजिब मिलना चाहिए।

आजमगढ़ के सठियांव ब्लाक निवासी लक्ष्मीकांत कहते हैैं कि इस बार अधिक बारिश होने से खेतों में काफी नमी रही, जिससे गेहूं की बोआई पिछड़ गई। अब फसल तैयार है। कटाई-मड़ाई शुरू हो गई है। आनलाइन पंजीकरण कराया है। हालांकि आढ़ती अच्छा रेट दे रहे हैैं।

जौनपुर में केंद्रों पर बोरा नहीं, कैसे होगी खरीद

जिले में एक अप्रैल से 131 गेहूं क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं, लेकिन 100 से अधिक केंद्रों पर बोरा अभी तक नहीं भेजा गया है। दूसरी तरफ किसानों के पंजीकरण का सत्यापन करने में भी तहसील स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है। उप संभागीय विपणन अधिकारी आरएन पाठक ने कहा कि बोरों के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही रैक आने वाली है।

मिर्जापुर में भी धीमी गति से चल रही खरीद

मिर्जापुर के हलिया ब्लाक के बनवां निवासी किसान इंद्र बहादुर कहते हैैं कि गेहूं की खरीद काफी धीमी गति से हो रही है। किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। क्रय केंद्र भी देर से खुले। पिछले वर्ष विपणन केंद्र पर किसानों के गेहूं की खरीद के लिए दो केंद्र बनाए गए थे, लेकिन इस वर्ष एक केंद्र ही बना है। साधन सहकारी समितियों पर अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है।

- 6,410 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई इस बार 10 दिन में पूर्वांचल के 10 जिलों में

- 33,044 क्विंटल गेहूं खरीदा गया था इसी अवधि में पूर्वांचल के जिलों में

- 26,634 क्विंटल कम खरीद हुई इस बार पिछले साल की तुलना में अब तक

- 80.6 प्रतिशत कम खरीद हुई पिछले साल की तुलना में इस बार

ये समस्याएं आ रहीं सामने

- देर से बोआई के चलते अभी सभी जगह कटाई नहीं हुई है।

- सरकार का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपये है जबकि बाजार में 2100 रुपये प्रति क्विंटल तक दाम मिल जा रहा।

- अधिकांश व्यापारी खेतों से ही खरीद ले रहे गेहूं। ऐसे में किसान नहीं जाना चाह रहे क्रय केंद्रों तक।

- कहीं बोरे कम तो कहीं कागजी प्रक्रिया के चलते खरीद हो रही प्रभावित।

वाराणसी

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 1,080 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 560 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य-- 18,000 टन

- पिछले साल का लक्ष्य-- 15,000 टन

- पिछले साल कुल हुई खरीद-- 17,027 टन

हरहुआ ब्लाक में अब तक शुरू नहीं हुई खरीद

पीसीएफ के अधिकारियों ने दो दिन में स्टेंसिल भेजने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक उपलब्ध नहीं हुआ। सिर्फ दो गांठ बोरा मिला है जबकि 10 गांठ बोरे की जरूरत है। 10 दिन बीतने के बाद भी गेहूं खरीद शुरू नहीं हो सकी है।- अरविंद दुबे, सचिव, गोसाईपुर क्रय केंद्र, हरहुआ, वाराणसी।

चंदौली

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 00 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 62 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य-- 83 हजार टन

- पिछले साल का लक्ष्य-- 79 हजार टन

- पिछले साल कुल हुई खरीद-- 237 हजार टन

भदोही

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 685 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 710 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- 37,000 टन

- पिछले साल का लक्ष्य- 32,000 टन

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 18,300 टन

परेशानियों से बचने को व्यापारियों को बेच रहे गेहूं

किसान अभी कटाई-मड़ाई में लगे हैं। इसलिए अभी क्रय केंद्रों पर किसान गेहूं लेकर नहीं पहुंच रहे। इस बार खुले बाजार में सरकारी दर से ज्यादा मूल्य मिल रहा है। ऐसे में किसान केंद्रों पर होने वाली परेशानी से बचने के लिए स्थानीय व्यापारियों को गेहूं बेच रहे हैं। क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराने के साथ केंद्र तक गेहूं ले जाने की समस्या से भी बच रहे हैं।- रामेश्वर, प्रगतिशील किसान, परऊपुर, भदोही।

जौनपुर

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 350 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 2,500 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- 72 हजार टन

- पिछले साल का लक्ष्य- मिला नहीं था

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 67,029 टन

बोरा न होने के चलते काटने पड़ रहे चक्कर

जिम्मेदार अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। मुझे 40 क्विंटल गेहूं बेचना है। मैंने एक सप्ताह पूर्व पीसीएफ के बीरबलपुर व डेल्हूपुर केंद्र पर पंजीकरण संख्या व अन्य आवश्यक कागजात जमा कर दिए। पिछले कई दिन से गेहूं बेचने के लिए केंद्रों के चक्कर काट रहा हूं। केंद्र प्रभारी बोरा न होने का हवाला देते हुए 15 अप्रैल के बाद संपर्क करने के लिए कह रहे हैं।- शिव आधार, (किसान), मडिय़ाहूं, जौनपुर।

मऊ

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 985 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 1,690 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- निर्धारित नहीं

- पिछले साल का लक्ष्य- निर्धारित नहीं था

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 33,121.124 टन

प्रक्रिया आनलाइन फिर भी लगानी पड़ रही दौड़

अगेती किसानों की गेहूं की कटाई अंतिम चरण में हैं जबकि पिछैती गेहूं की कटाई चल रही है। इसके अलावा खरीद की प्रक्रिया आनलाइन करने के बाद तहसील का चक्कर लगाना पड़ रहा है। यहां से खतौनी से स्पष्ट होने के बाद ही लेखपाल टोकन दे रहे हैं। इसकी वजह से देरी हो रही है। जनपद में 45 क्रय केंद्रों पर खरीद शुरू हुई है। अभी मात्र पांच-छह केंद्र पर ही किसान पहुंच रहे हैं।- देवप्रकाश, किसान, सहरोज, मऊ।

मिर्जापुर

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 632 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 6,323 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- 72 हजार टन

- पिछले साल का लक्ष्य- निर्धारित नहीं था

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 67,845.40 टन

आजमगढ़

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 94 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 504 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- 71 हजार टन

- पिछले साल का लक्ष्य- निर्धारित नहीं था

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 22,580 टन

बलिया

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 150 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 2000

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- निर्धारित नहीं

- पिछले साल का लक्ष्य- निर्धारित नहीं था

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 89,433 टन

विलंब से बोआई के चलते फसल में हुई देरी

इस बार बाढ़ के बाद जलजमाव के कारण गेहूं की बोआई विलंब से हुई थी। इससे कटाई भी विलंब से हो रही है। अभी तक गेहूं की कटाई चल रही है। जिले में 42 क्रय केंद्र एक अप्रैल से खोले गए हैं। सभी किसान अपना पंजीयन करा लिए हैं। सभी को विभाग की ओर से आफलाइन नंबर भी दिया जा रहा है। अनाज घर आने के बाद क्रय केंद्रों पर भीड़ बढ़ जाएगी।- श्री भगवान राय, किसान, बलिया।

सोनभद्र

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 1,790 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 14,610 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- 67 हजार टन

- पिछले साल का लक्ष्य- निर्धारित नहीं था

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 63 हजार टन

देर से हुई बोआई, नहीं कट पाई गेहूं की फसल

धान कटाई में देर होने से गेहूं की बोआई इस बार विलंब से हुई। इस वजह से अभी फसल खेत में ही है और उसकी कटाई शुरू नहीं हो पाई है। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में फसल की कटाई होने की उम्मीद है। इसके बाद गेहूं क्रय केंद्र पर ले लाकर अपनी फसल को बेचेंगे।- बचोले प्रसाद, खटौली, सोनभद्र।

गाजीपुर

- आरंभिक 10 दिन में हुई खरीद- 644.5 क्विंटल

- पिछले साल इसी अवधि में हुई खरीद- 4,645 क्विंटल

- जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य- 83,000 टन

- पिछले साल का लक्ष्य- निर्धारित नहीं था

- पिछले साल कुल हुई खरीद- 78,350 टन

बारिश के कारण देर से हुई बोआई

इस बार देर तक बारिश के कारण बोआई देर से हुई। जिसके चलते गेहूं के फसल की कटाई देर से हो रही है जिससे किसान अभी केंद्र पर कम पहुंच रहे हैं । 10-15 दिनों में किसानों की आवक बढऩे लगेगी।- अमितेश, करंडा, गाजीपुर।

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