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छुट्‌टी होने के बाद भी 1 घंटे स्कूल में रहेंगे शिक्षक, परिषदीय स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के टीचर्स को बच्चों की छुट्‌टी होने के बाद भी एक घंटे तक स्कूल में रुकना होगा। इस दौरान उन्हें विभागीय काम करना होगा। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल की ओर से यह निर्देश सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जारी किया गया है। दरअसल, भीषण गर्मी को देखते हुए 7 अप्रैल को बेसिक स्कूल की टाइमिंग बदली गई थी। सभी विद्यालयों का समय अब सुबह 7:30 से 12 बजे तक कर दिया गया है। अभी तक कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों का समय सुबह 8 से अपराह्न 2 बजे तक था।

सचिव की ओर से जारी निर्देश के अनुसार, गर्मी की छुट्टी शुरू होने तक स्कूल सुबह 7.30 से दोपहर 1.30 बजे लगेगा। पठन-पाठन के लिए सभी छात्र-छात्राएं सुबह 7.30 से 12.30 बजे तक स्कूल में उपस्थित रहेंगे। जिसमें प्रार्थना और योगाभ्यास सुबह 7.30 से 7.40 तक और इंटरवल सुबह 10 से 10.15 तक होगा।

टीचर एक घंटे के दौरान प्रशासकीय कार्य जैसे हाउस होल्ड सर्वे का कार्य, स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत बच्चों के नामांकन की प्रक्रिया, आपरेशन कायाकल्प की गतिविधियां, मानव संपदा पोर्टल का अपडेशन और अन्य प्रशासकीय कार्य करेंगे। साथ ही समय-समय पर आए निर्देशों के अनुपालन के लिए शिक्षण एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की स्कूल में उपस्थिति अनिवार्य होगी।

पांचवीं तक 133 दिन, आठवीं तक 141 दिन स्कूल चलेंगे

अधिसूचना में कहा गया है कि मुफ्त और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के तहत एक शैक्षणिक वर्ष में विद्यालय का कार्य दिवस, शिक्षण घंटे और शिक्षकों के लिए प्रति सप्ताह कार्य घंटों की न्यूनतम संख्या तय की गई है। इसके अनुसार 5वीं कक्षा तक के लिए 133 दिन और छठी से 8वीं कक्षा के लिए 141 दिन (कार्य दिवस) तय किए गए हैं।

इस प्रकार होगा स्कूलों का संचालन

गतिविधि 1 अप्रैल से 16 मई तक गर्मी की छुट्टी

टीचर के आने का समय- 7.15 बजे

छात्रों का समय 7.30 बजे 12.30 बजे

प्रार्थना सभा- 7.30 से 7.40 बजे

इंटरवल- 10 से 10.15 बजे

टीचर के jजाने का समय- दोपहर 1.30

ये होंगे फायदे

  1. शिक्षक बच्चों को ज्यादा समय दे सकेंगे।
  2. पहले ही तय कर सकेंगे कि अगले दिन बच्चों को क्या पढ़ाना है।
  3. इससे स्कूल चलो अभियान को गति मिलेगी।
  4. विद्यालय समय में अन्य कार्य नहीं करने से कक्षाएं प्रभावित नहीं होंगी।

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