माफिया त्रिभुवन सिंह के घर के पीछे चल रही थी गन टेस्टिंग, गोली से एक घायल, दो गिरफ्तार - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. शनिवार की शाम सैदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर के स्टेशन रोड पर किराना दुकान संचालक के पैर में संदिग्ध परिस्थिति में गोली लग गई। जिसके बाद उसे तत्काल घायल अवस्था में सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जहां प्राथमिक उपचार कर घायल को डॉक्टर हायर मेडिकल सेंटर के लिए रेफर कर दिया।
वही गोली की सूचना पर हरकत में आई सैदपुर पुलिस ने लोगों से पूछताछ कर घटनास्थल से लगभग 300 मीटर दूर, माफिया त्रिभुवन सिंह के घर के पीछे से लाइसेंसी गन की टेस्टिंग कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें थाने लाने के बाद पूछताछ जारी है।
दुकान के बाहर पैर धो रहे था व्यवसाई
सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 10 निवासी रमेश चंद्र गुप्ता 55 अपनी किराना और जनरल स्टोर की दुकान, नगर के स्टेशन रोड पर एक किराए के मकान में चलाते हैं। शाम को वह अपनी दुकान के बाहर पैर धो रहे थे। तभी अचानक से आई एक गोली उनके दाहिने जांघ को चीरती हुई आर-पार निकल गई। जिसके बाद रमेश चंद्र के पैर से खून का फव्वारा फूट पड़ा और वह तड़पते हुए वहीं गिर गए। देखते ही देखते दुकान के बाहर खून ही खून फैल गया। आनन-फानन में उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया।
माफिया त्रिभुवन सिंह के घर के पीछे चल रही थी गन टेस्टिंग
थोड़ी देर बाद ही मौके पर पहुंचे कस्बा पुलिस चौकी इंचार्ज पवन यादव ने घटना की जांच शुरू कर दी। आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि घटनास्थल के पास स्थित औड़िहार गाजीपुर रेल लाइन के दूसरी तरफ गोली चलने की आवाज सुनी गई है। जिसके बाद पुलिस बल के साथ कस्बा इंचार्ज जब दूसरी तरफ पहुंचे, तो माफिया त्रिभुवन सिंह के नगर स्थित घर के पीछे कुछ लोग 3 रिपीटर गन के साथ मिले। जिनसे पूछताछ में पता चला कि वह लोग वहां गोली चला कर गन की टेस्टिंग कर रहे थे।
दो लोग गिरफ्तार तीन असलहा जप्त
इतना सुनते ही पुलिस टीम ने वीडियो बनाते हुए, तीनों असलहों को कब्जे में लेकर मौके से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिसमें एक की पहचान मुड़ियार गांव निवासी सुभाष राम और दूसरे की पहचान सैदपुर निवासी अमित कुमार के रूप में हुई। थाने लाकर पूछताछ में दोनों ने गन की टेस्टिंग में शामिल अपने एक दोस्त, क्षेत्र के विशुनपुर गांव निवासी विनोद कुमार पांडे का नाम बताया। जो पुलिस के पहुंचने के कुछ देर पहले ही मौके से निकल चुका था।
वही खेल रहे एक दर्जन बच्चें, बाल बाल बचे
जिस समय व्यवसाई रमेश चंद्र को गोली लगी, उस समय उनकी दुकान के बाहर लगभग एक दर्जन बच्चे खेल रहे थे। वह तो गनीमत रही की उसी रास्ते से आकर रमेश चंद्र को घायल करने वाली गोली, किसी बच्चे को नहीं लगी। वरना कुछ लोगों की गन टेस्टिंग में नाहक ही किसी बच्चें की जान भी जा सकती थी।
थानाध्यक्ष तेज बहादुर सिंह ने बताया कि तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है। मौके से बरामद तीनों रिपीटर गन लाइसेंसी थी। जिसके लाइसेंस की भी जांच की जा रही है।