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प्रेमिका ने घर बुलाया फिर परिवार ने उतारा मौत के घाट, ऐसे हुआ खुलासा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, फर्रुखाबाद. यूपी के फर्रुखाबाद में दवा विक्रेता सुमित दिवाकर की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। सुमित की हत्या में उसकी प्रेमिका व उसके परिवार वाले शामिल थे, जिन्होंने पहले तो आनाकानी की लेकिन बाद में पुलिस के सामने अपराध कबूल कर लिया। सुमित का शव लावारिस हालत में बोरे में बंधा मिला था, इसलिए यह मामला पुलिस के लिए गुत्थी बना हुआ था। मामले की गंभीरता से जांच की गई और सर्विलांस का मदद से सुमित की काल डिटेल निकाली तो वारदात की मुख्य कड़ी पुलिस के हाथ लग गई।

दरअसल, जिले के कस्बा कायमगंज के मोहल्ला जटवारा के रहने वाले विनोद दिवाकर का 22 वर्षीय बेटा सुमित एक मेडिकल स्टोर पर काम करता था। वह 19 सितंबर की शाम से लापता हुआ और उसका शव 22 सितंबर की सुबह गांव जौरा के पास सड़क किनारे खंती में बोरे में बंधा मिला था। सुमित की मां राधा देवी ने इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।

प्रेमिका का पूरा परिवार भेजा गया जेल

पुलिस जांच में सामने आया कि सुमित की हत्या उसकी प्रेमिका और उसके घरवालों ने की थी, जो अन्य समुदाय से संबंध रखते हैं। सुमित की हत्या प्रेमिका के घर में ही की गई थी। पुलिस ने इस मामले में प्रेमिका निशा मंसूरी, उसके पिता ईंद मोहम्मद, माता अनीशा, भाई इरशाद और भाई दिलशाद की पत्नी रूबीना को हिरासत में लिया था। पूछताछ कर सभी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है।

काल डिटेल खंगाली तो उठा राज से पर्दा

पुलिस ने सुमित का फोन सर्विलांस पर लगवाकर उसकी काल डिटेल निकलवाई। इसमें पता चला कि जिस नंबर पर सुमित की अधिकांश बात होती थी, वह नंबर मोहल्ले के ही इरशाद का है। इरशाद के नाम से जारी मोबाइल नंबर से उसकी बहन निशा मंसूरी सुमित से बात करती थी।

पुलिस से बोली- सुमित ने फांसी लगाई थी

निशा ने शुरुआती पूछताछ में पुलिस को बताया कि सुमित दीवार फांदकर उसके घर आया था। वहां पर सुमित ने फांसी लगा ली। डर की वजह से स्वजन सुमित का शव बोरे में भरकर फेंक आए थे। बाद में सख्ती से पूछा गया तो बताया कि सुमित और निशा का प्रेम प्रसंग काफी समय से चल रहा था। 

घरवालों को नागवार गुजरा प्रेम प्रसंग

निशा और सुमित के प्रेम प्रसंग की बात जब घरवालों को पता चली तो उन्हें यह नागवार गुजरी। इसके बाद हत्या का तानाबाना बुना। निशा द्वारा सुमित को घर बुलाया गया और गला दबाकर हत्या की, इसके बाद शव को बाइक पर लादकर खंती में फेंक आए।

कोतवाली प्रभारी जयप्रकाश पाल ने बताया कि शव ले जाने में प्रयोग की गई बाइक और सुमित की चप्पल ईद मोहम्मद के घर से बरामद की गई है। प्रेम संबंध में सुमित की हत्या की गई थी। सभी आरोपितों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।

वारदात के समय रुबीना का पति नहीं था मौजूद

कोतवाली प्रभारी जयप्रकाश पाल ने बताया कि घटना के दौरान रुबीना का पति दिलशाद दिल्ली में था। वह वहां पर काम करता है। इसलिए हत्या में उसकी भूमिका नहीं पाई गई।

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