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प्रमोशन में फंसी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की रजिस्ट्री, 10 किसान आए और तहसील से ही लौट गए

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. गाजीपुर-बलिया-मांझीघाट ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना को धरातल पर उतारने की कोशिश को झटका लगा है। 36 गांवों की रजिस्ट्री सोमवार से शुरू होनी थी। सब तैयारी कर ली गई थी। निबंधन कार्यालय पर राजस्व के अलावा कई अफसर व कर्मचारी पहुंचे हुए थे।

सदर तहसील के 30 लेखपालों को जिम्मेदारी दी गई थी कि वह प्रभावित भू-स्वामियों को निबंधन कार्यालय तक लाएं। भूखंड की रजिस्ट्री शुरू कराई जाए। करीब 10 काश्तकार आए भी, लेकिन वह तहसील से ही लौट गए। वह निबंधन कार्यालय पहुंचे ही नहीं, कारण कि तहसीलदार सदर सदानंद सरोज को पदोन्नति मिल गई है, परियोजना में वही क्रय अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। उन्हें राष्ट्रपति के नाम पर जमीनों की रजिस्ट्री करानी थी।

सोमवार को सुबह उन्हें पदोन्नति की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत बतौर एसडीएम कार्यभार ग्रहण कर लिया। ऐसे में प्रशासन उलझन में फंस गया कि अब क्रय अधिकारी कौन रहेगा। बिना क्रय अधिकारी राष्ट्रपति के नाम रजिस्ट्री कौन कराएगा। अब मामला जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचा है, लेकिन देर शाम तक कुछ निष्कर्ष नहीं निकल सका। अभी तय नहीं हो पाया है कि जमीनों की रजिस्ट्री सदानंद सरोज ही कराएंगे या फिर किसी नए तहसीलदार सदर को जिम्मेदारी देकर कार्य आगे बढ़ाया जाएगा।

पहले चरण की रजिस्ट्री में 36 गांव की 112.38 हेक्टेयर जमीन शामिल है। वहीं इससे 8167 किसान प्रभावित होंगे तो पांच गांव में 50 लाख सर्किल रेट है तो 31 गांव में 40 लाख सर्किल रेट लगाया गया है। दरअसल इसमें क्रय अधिकारी सदानंद सरोज थे, अब वह एसडीएम बन गए और उन्होंने कार्यभार संभाल लिया है। ऐसे में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए 36 गांवों का सोमवार से अधिग्रहण शुरू होना था। 10 किसान तहसीलदार सदर के दफ्तर आए लेकिन निबंधन कार्यालय नहीं पहुंचे।

बोले अधिकारी : मेरा प्रमोशन हो गया है। बतौर एसडीएम कार्यभार ग्रहण भी कर लिया है। यही वजह रही कि रजिस्ट्री सोमवार को नहीं हो पाई है। अब जैसा प्रशासन का आदेश है, उस अनुरुप कदम उठाया जाएगा।  - सदानंद सरोज, तत्कालीन तहसीलदार सदर व वर्तमान एसडीएम। 

बढ़ी उलझन तो फंसेगा कार्य : हर स्तर से तय हो चुका है कि जमीनों की रजिस्ट्री तहसीलदार सदर सदानंद सरोज ही कराएंगे, ऐसे में मामला लंबा खिंचेगा। अगर किसी नए तहसीलदार की तैनाती का इंतजार होने लगा तो रजिस्ट्री प्रक्रिया में विलंब हो सकता है। निबंधन विभाग बलिया के सब रजिस्ट्रार विनय कुमार सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से तैयारी पूरी है। अलग काउंटर भी बनाया गया है, अब क्यों रजिस्ट्री नहीं शुरू की गई। इस संबंध में उन्हें कुछ स्पष्ट नहीं बताया गया है।

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