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गाजीपुर में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए अधिकृत जमीनों का मुआवजा बढ़ाने की मांग

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए अधिकृत की गई जमीनों का मुआवजा कम दिए जाने को लेकर किसान काफी दिनों से आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। नोनहरा थाना क्षेत्र के पारा गांव में किसानों ने चौपाल लगाई। इसको संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रदेश महामंत्री और पूर्व विधायक राजेंद्र यादव ने कहा कि आज देश में महंगाई भ्रष्टाचार और अधिकारियों की घूसखोरी चरम सीमा पर है।

किसी को भी धरना प्रदर्शन की स्वतंत्रता नहीं दी जा रही है। आमजन और किसानों पर जबरदस्ती मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जो घोषणाएं होती हैं उसको अमल में नहीं लाया जा रहा है। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे गाजीपुर के शेखपुर से माझी घाट तक बनना है।

2015 के सर्किल रेट से मिल रहा भुगतान

उसका मुआवजा सरकार 2015 के सर्किल रेट पर देना चाहती है, जबकि भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के हिसाब से हर साल 20 फीसदी की बढ़ोतरी करके मुआवजा देना चाहिए। अगर सरकार उस हिसाब से मुआवजा नहीं देती है तो हम सभी किसान एकजुट होकर 10 अक्टूबर को शेखपुर में विशाल जनसभा करेंगे। सरकार को किसानों की मांग माननी पड़ेगी।

जवाबों के लिए होगी जनसभा

किसानों के सवाल को लेकर 6 अक्टूबर को बरही, 7 अक्टूबर को देवकली, 8 अक्टूबर को जखनिया, 10 अक्टूबर को शेखपुर, 12 अक्टूबर को महेशपुर, 15 अक्टूबर को गंगौली में जनसभा होगी। जनसभा को संबोधित करते हुए किसान सभा के नेताओं ने कहा कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे में किसी भी किसान की जमीन सरकार द्वारा जबरजस्ती रजिस्ट्री नहीं कराई जा सकती। इसके लिए किसी भी हद तक संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।

जमीन मुआवजा बढ़ाने पर अड़े

जिस तरह किसान आंदोलन के आगे सरकार झुकी थी, उसी तरह इस बार भी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे योजना में सरकार को झुकना पड़ेगा और किसानों के जमीन का मुआवजा बढ़ा कर देना पड़ेगा। जनसभा में प्रमुख रूप से सुरेश राम, राजदेव यादव, रामकेश यादव, भूरा यादव, दुर्गा यादव, नारायण यादव, राजकुमार कुशवाहा, शशिकांत सिंह, अजय मिश्रा, ननकू यादव, दीवान प्रेम नाथ आदि लोग उपस्थित रहे।

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