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गाजीपुर में आयुर्वेदिक अस्पतालों का निर्माण अधर में लटका

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जमानियां क्षेत्र के सुहवल व बरुईन में चार-चार बेड के आयुर्वेदिक अस्पतालों का निर्माण प्रस्तावित है। यह अस्पताल करीब 60 लाख की लागत से बनाए जा रहे हैं। निर्माण कार्य शुरू होने के करीब एक साल बाद भी इनका निर्माण कार्य नहीं पूरा हो सका है।

क्षेत्रीय निवासी ग्रामीणों ने बताया इसके निर्माण में जिस प्रकार से हीला हवाली की जा रही है। इससे नहीं लगता कि इसका निर्माण साल के अंत तक पूरा हो सकेगा। लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष शासन के द्वारा तहसील क्षेत्र में दो अस्पतालों के निर्माण को अनुमति दी गई थी।

सरकार की मंशा बेहतर चिकित्सीय सेवाओं का लाभ देना

इसके क्रम में सुहवल में निर्माण तो शुरू हो गया,मगर बरूईन में एक साल बाद भी आज तक उसकी नींव तक नहीं पड सकी,जिसके कारण शासन की मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है। लोगों ने बताया कि शासन के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आयुर्वेदिक पद्धति के जरिए बेहतर चिकित्सीय सेवाओं का लाभ देने की मंशा है।

उसी के तहत चार चार शैय्या का आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनाने के लिए लगभग 60 लाख रुपये का बजट चालू वर्ष में आवंटित कर निर्माण कार्य की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी समिति को दिया। निर्माण चालू वर्ष के फरवरी माह में ही शुरू करना था मगर विभागीय लापरवाही के कारण निर्माण छह माह बाद सुहवल में शुरू करा दिया,मगर बरूईन में आज तक निर्माण ही शुरू नहीं हो सका।

इस अस्पताल में चार कमरे,एक हाल,आफिस,ओपीडी,अस्पताल तक जाने के लिए रास्ता, बाउंड्रीगेट आदि का निर्माण होना है। लोगों ने मा।ग किया कि इसके निर्माण में तेजी लाई जाए, ताकि इसका का लाभ मिल सके। आयुर्वेद पद्धति के जरिए कई असाध्य रोगों का इलाज संम्भव है। देश में आयुर्वेद को रोगों के उपचार और स्वस्थ जीवन शैली व्यतीत करने का सर्वोत्तम तरीकों में से एक माना जाता है। क्षेत्रीय आयुर्वेद-यूनानी अधिकारी डॉक्टर शिव दुलार यादव ने बताया कि निर्माण शुरू कर दिया गया है। जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

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