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गाजीपुर जेल में पहले अधिकारी खुद चखते हैं फिर अफजाल अंसारी को खिलाते हैं खाना

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. एमपी/एमएलए कोर्ट से गैंगस्टर एक्ट के मामले में 4 वर्ष की सजा मिलने के बाद पूर्व सांसद अफजाल अंसारी को गाजीपुर जिला जेल में बंद रखा गया है। अंसारी की सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन खास एहतियात बरत रहा है। जेल के अंदर मेस में बनने वाले भोजन और नाश्ते को भी कई राउंड की फूड टेस्टिंग (खाद्य पदार्थो का परीक्षण) के बाद ही अफजाल अंसारी के पास खाने के लिए पहुंचा जा रहा है। कहीं कोई उनके खाने में कोई विषाक्त पदार्थ न मिला दे, इसे सुनिश्‍चित करने के लिए यह कवायद की जा रही है।

गाजीपुर जेल प्रशासन हाई-सिक्योरिटी तिहाड़ जेल में हुए टिल्लू तेजपुरिया की हत्या के बाद बेहद चौकन्ना है। प्रशासन कोई भी चूक नही करना चाहता है। इसके लिए तमाम तरह से एहतियात बरते जा रहे है। सूत्रों की माने तो बैरक नम्बर-10 में बंद अफजाल अंसारी को कई लेयर की सुरक्षा के बीच रखा गया है। बैरक 10 पर अलग से शिफ्ट के अनुसार सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। सुरक्षा कारणों से पूरे बैरक नंबर 10 में अकेले अफजाल अंसारी को ही रखा गया है।

जेल सूत्रों की माने तो मेस में बनने वाले खाने को मेस से लेकर आने वाले व्यक्ति को पहले वही भोजन खिलाया जाता है। इसके बाद खुद सुरक्षा व्यवस्था में लगे डिप्टी जेलर उस भोजन को चखते हैं। जब वह पूरी तरह से भोजन को लेकर आश्वस्त हो जाते हैं, तब जांच किए हुए भोजन / नाश्ते को अफजाल अंसारी को खाने के लिए दिया जा रहा है।

जिस बैरक नम्बर-10 में पूर्व सांसद अफजाल अंसारी बंद है वहां बिना जेल अधीक्षक की अनुमति के परिंदा भी पर नहीं फटक सकता है। हाल में ही निरीक्षण के लिए आये जेल डीआईजी ने जेल के सभी कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी है कि बिना जेल अधीक्षक के परमीशन के कोई भी जेल का कर्मचारी बैरक नम्बर दस के करीब तक नहीं जायेगा। जेल मैनुएल के अनुसार अफजाल को जो भी सुविधा अनुमन्य है वह सब उपलब्ध करा दी गई हैं।

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