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नवंबर महीना आया...लेकिन ठंड नहीं आई, तापमान अभी भी 33°C, गेहूं की फसल को नुकसान - Aaj Ka Mausam Samachar

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/कानपुर. Aaj Ka Mausam Samachar: नवंबर महीना ठंड का होता है। मगर 2023 के नवंबर महीना औसत से ज्यादा गर्म रहने वाला है। मौसम विज्ञानियों ने भी चिंता जाहिर की। क्योंकि, पहले सप्ताह में औसत से ज्यादा गर्मी दर्ज की जा रही है। यूपी के अधिकांश शहरों का दिन का अधिकतम तापमान 30 से 33°C बना हुआ है। अगर ठीक से ठंड नहीं पड़ती हैं, तो गेहूं की 30% फसल को नुकसान हो सकता है।

CSA यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक, इस बार पश्चिमी विक्षोभ नहीं बना है। सर्दी में पश्चिमी विक्षोभ का महत्व ज्यादा होता है। इस बार पहला पश्चिमी विक्षोभ प्रभावहीन रहा। दूसरा पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू-कश्मीर के हिस्सों पर है। एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ सात नवंबर की रात से पश्चिमी हिमालय के करीब पहुंच सकता है।

कम और प्रभावहीन विक्षोभ के कारण नवंबर गर्म होने की संभावना है। अल नीनो प्रभाव के कारण देश के अधिकांश हिस्सों में नवंबर का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। हालांकि सुबह और शाम के तापमान में काफी अंतर होने लगा है। बीते 24 घंटे में यूपी में सबसे ठंडी रात बरेली की रही। यहां न्यूनतम तापमान 14.4°C तक चला गया।

पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने पर पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो जाती है। उसके बाद उस दिशा से आ रही हवा मैदानी क्षेत्रों में ठंडक लाती है। आमतौर पर विक्षोभ अक्टूबर के अंत से बनने शुरू होते हैं। नवंबर आते-आते कई विक्षोभ सक्रिय हो जाते हैं। इस बार विक्षोभ सामान्य से काफी कम बने हैं।

पूर्वी हिंद महासागर की तुलना में पश्चिमी हिंद महासागर का बारी-बारी से गर्म एवं ठंडा होने को हिंद महासागर डिपोल कहा जाता है। इसे भारतीय नीनो भी कहते हैं, जो मानसूनी बारिश को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से प्रभावित करता है।

यही कारण है कि इस बार भी कड़ाके की ठंड कई दिनों लगातार पड़ेगी, इसके बाद मौसम ठंडक कम हो जाएगी और फिर अचानक से कड़ाके की ठंड पड़ेगी।

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