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अंधऊ हवाई अड्डा से कब शुरू होगी विमान सेवा, 4 साल से राह देख रहे ग़ाज़ीपुरवासी

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर से मऊ जाने वाले रास्ते में मुख्यालय से करीब 7 किमी दूर अंधऊ हवाई अड्डा है। यह हवाई अड्डा अंग्रेजों ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बनवाया था। केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत इस हवाई अड्डे से भी व्यावसायिक विमान सेवा उपलब्ध हो करने का दावा किया गया था। लेकिन, कई साल बीत जाने के बाद भी लोगों की इस उम्मीद को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है।

अंधऊ हवाई अड्डा कुल 63 एकड़ में फैला हुआ है। इसे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बनाया गया था। केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तृतीय चरण में साल 2019 में इस हवाई अड्डे से व्यावसायिक उड़ानों के संचालन को हरी झंडी दिए जाने का दावा किया गया था। करीब 4 साल बीतने के बाद भी इस हवाई अड्डे से विमान सेवा शुरू नहीं हो पाई है।

दावों के अनुसार पहले चरण में इस हवाई पट्टी से दिल्ली और कोलकाता के लिए व्यवसायिक उड़ानें संचालित की जानी थीं। इस बाबत 2018 में तत्कालीन गाजीपुर के सांसद और केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु से संपर्क किया था। सुरेश प्रभु की ओर से अंधऊ हवाई अड्डे से कमर्शल फ्लाइट ऑपरेशन को लेकर भरोसा दिलाया था।

बताया गया था कि गाजीपुर से निजी विमान कंपनी स्पाइस जेट के दो विमान रोज उड़ान भरेंगी। इससे गाजीपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़ के साथ बिहार के बक्सर, छपरा, सिवान, आरा, भभुआ जिले के लोग लाभान्वित होंगे। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने ट्विटर पर मनोज सिन्हा से हुई वार्ता को साझा करने के बाद लिखा था।

सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया था कि मनोज सिन्हा के साथ गाजीपुर में हवाई अड्डे से संबंधित नागरिक उड्डयन मुद्दों पर चर्चा की गई। आगे की कार्रवाई के लिए नगर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उधर, हवाई सेवा शुरू करने के संबंध में यह बताया गया था कि कुछ विमान कंपनियों ने गाजीपुर से हवाई सेवा शुरू करने में रुचि दिखाई है। हवाई पट्टी को कमर्शल एयरलाइंस की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए कुछ मीटर लंबा करना होगा, जिसका कार्य स्वीकृत हो गया है। हवाई पट्टी के लंबा करने के कार्य के समापन के साथ ही गाजीपुर से भी चुनिंदा सेक्टर में विमान सेवा शुरू हो जाएगी। यह जानकारी 2019 में साझा की गई थी।

इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता ईश्वरचंद का कहना है कि हो सकता है कि भाजपा की योजना रही हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद गाजीपुर से बीजेपी कैंडिडेट के जीत के ऐलान के साथ विमान सेवा जनता को समर्पित की जाए। लेकिन 2019 के चुनाव परिणाम अपने हक में नहीं आने के कारण इस योजना के लागू किए जाने पर बीजेपी का कोई विशेष ध्यान नहीं रह गया।

हालांकि तत्कालीन बीजेपी के जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह का पक्ष कुछ और ही है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि पार्टी 2019 का चुनाव हार गए इसका कोई कनेक्शन जनहित के कार्यों से नहीं है। जन सरोकार के कार्यों को यथावत कराया जा रहा है। गाजीपुर में विमान सेवा के अलावा भी कई प्रोजेक्ट 2014 के बाद केंद्र में आए बीजेपी सरकार ने शुरू कराए थे। चाहे वह रोड सह रेल ब्रिज हो या फिर नेशनल वॉटर-वे एक से जुड़े कामकाज हों। 

सभी काम सामान्य रूप से चल रहे हैं। यह देखना होगा कि किन परिस्थितियों में विमान सेवा अब तक शुरू नहीं हो पाई है। यह भी हो सकता है कि जनपद के पास फिलहाल कोई ऐसा सांसद नहीं है जो कि केंद्र सरकार के साथ बेहतर पिचिंग कर इस सेवा को जल्द से जल्द शुरू करा सके। उन्होंने यह जरूर कहा कि एलजी मनोज सिन्हा के अगले जनपद आगमन पर यह वह इस बात की उनसे चर्चा करेंगे। कोशिश की जाएगी की गाजीपुर के अंधऊ हवाई अड्डे से विमान सेवा जल्द से जल्द शुरू हो सके।
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