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Mau Ballia Fourlane: करोड़ों खर्च के बाद भी अटका है काम, मऊ-बलिया फोरलेन निर्माण की धीमी गति से जनता परेशान

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. मऊ बलिया फोरलेन (Mau Ballia Fourlane) सड़क माल्देपुर से कदम चौराहा तक निर्माणाधीन फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों की मौजूदगी में ठेकेदारों द्वारा माल्देपुर की ओर से दाएं लेन के लिए जेसीबी से गिट्टी खुदाई के बाद गिट्टी भरने का काम शुरू हुआ था, लेकिन विगत एक माह से यह कार्य भी बंद हो गया है।
फोरलेन के दायरे में लगभग 100 मकान आ रहे हैं। इसमें 30 मकानों का अगला हिस्सा लोगों ने स्वयं से तोड़ा है। शेष 70 मकान के मालिक अभी भी लापरवाही कर रहे हैं। इससे शहर में कार्य कराने में दिक्कत होगी।

मऊ बलिया फोर लेन (Mau Ballia Fourlane) सड़क की इतनी होगी लंबाई-चौड़ाई
एनएच-31 पर सड़क की लंबाई 4.455 किलोमीटर है। 48.95 करोड़ रुपये से यह परियोजना पूरी होनी है। माल्देपुर मोड़ से कदम चौराहा तक 80 फीट चौड़ी यह सड़क बनेगी। कार्य पूर्ण करने की अविधि दिसंबर 2024 है, लेकिन जिस गति से कार्य हो रहा है, इस फोरलेन का हाल भी पुराने फोरलेन वाला न हो जाए।
इससे पहले वर्ष 2015 में शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बलिया-बांसडीह स्टेट हाइवे पर तीन किलोमीटर में फोरलेन के निर्माण के लिए 51.77 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। आठ साल में 44 करोड़ रुपये खर्च हो गए। फिर भी शहर को फोरलेन सड़क नसीब नहीं हो सकी है। जाम से हर दिन असंख्य लोग परेशान होते हैं।

मऊ बलिया फोर लेन (Mau Ballia Fourlane) सड़क का निर्माण कराने की अवधि डेढ़ साल है। दिसंबर 2024 यह सड़क तैयार कर देनी है ताकि शहर के लोगाें को जाम से मुक्ति मिल सके।

कार्यदाई संस्था के द्वारा पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों की मौजूदगी में माल्देपुर की ओर से लगभग दो किलोमीटर में दाएं लेन में नाले का निर्माण कराया है। अब उतनी ही दूरी में सड़क के लिए खोदाई का कार्य चल रहा है, लेकिन बिजली पोल, पेड़ आदि अभी भी रास्ते में खड़े हैं।

विभाग के द्वारा आधी अधूरी तैयारी के साथ कार्य कराया जा रहा है। इससे डर है कि इस सड़क का हाल भी बलिया-बांसडीह वाले पुराने फोरलेन के निर्माण वाला न हो जाए। वह सड़क भी आठ साल से बन रही है।

बिजली विभाग के चलते अभी तक मामला फंसा है। माल्देपुर से कदम चौराहा तक बनने वाले फोरलेन की लंबाई 4.455 किलोमीटर है। 48.95 करोड़ रुपये से यह परियोजना पूरी होनी है। 80 फीट चौड़ी यह सड़क बनेगी, लेकिन इस रूट में भी 100 से अधिक पोल खड़े हैं जो कार्य में बाधा पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
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