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गाजीपुर में मदरसे की अध्यापिका से होगी 18 साल सैलरी की रिकवरी, चेयरमैन पति है फरार

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत बहादुरगंज के चेयरमैन रियाज अंसारी और उनकी पत्नी निकहत परवीन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। फर्जी अंकपत्र के सहारे मदरसे में सहायक अध्यापिका की नौकरी करने वाली निकहत अंसारी की अब 18 वर्षो में प्राप्त की गई सैलरी की रिकवरी की जाएगी। शासन से इस संबंध में पत्र जारी हो गया है, जिससे चेयरमैन के समर्थकों में एक बार फिर हड़कंप मच गया है।
अल्पसंख्यक विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि वर्ष 2005 में उनकी नियुक्ति के बाद से वर्ष 2023 में मुकदमा दर्ज और जेल जाने तक की तनख्वाह की रिकवरी के सम्बंध में शासन द्वारा लेटर जारी हो गया है। बताया जा रहा है यह लेटर लखनऊ रजिस्टार कार्यालय से जारी किया गया है। बता दें कि बहादुरगंज नगर पंचायत के चेयरमैन रियाज अंसारी की पत्नी निकहत परवीन की वर्ष 2005 में मदरसा मासाकीन के तहतानियां के पद पर नियुक्ति हुई थी।
भाजपा नेता ने की थी शिकायत
बहादुरगंज निवासी भाजपा नेता फैजान खान ने इसकी शिकायत शासन को पत्र लिखकर अवगत कराते हुए शिकायत दर्ज कराई थी, जिससे अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड विभाग द्वारा मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई है और जेल भेज दिया। जो जमानत पर हैं, जिसमें प्रबंधक नजीर अहमद पुत्र स्वर्गीय सलामतुल्लाह और वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष रियाज अंसारी, जियाउल इस्लाम तत्कालीन प्रबंधक और परवेज आलम के खिलाफ फर्जी नियुक्ति के मामले में मुकदमा दर्ज है। पुलिस इन आरोपियों के खिलाफ घर उसके संभावित ठिकानों पर कई बार पुलिस द्वारा दबिश दिया गया था, ।लेकिन वह फरार चल रहा है।
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने बताया
उसके बाद धारा 82 के तहत नोटिस चस्पा होने के बावजूद भी अभियुक्त ने सरेंडर नहीं किया। गाज़ीपुर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने फर्जी नियुक्ति के मामले में वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष सहित 4 अन्य सहयोगियों के खिलाफ 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि शासन से रिकवरी के सम्बंध अभी तक उन्हें लेटर नहीं मिला है। पत्र मिलने के बाद विधिक सलाह लेकर कार्रवाई की जाएगी।
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