Today Breaking News

कर्ज माफी योजनाः पहले चरण में 11हजार 647 किसान लाभान्वित, खाते में भेजे गए कुल साढ़े 77 करोड़

गाजीपुर। प्रदेश सरकार की फसल कर्ज माफी योजना के तहत पहले चरण में गाजीपुर के कुल 11 हजार 647 किसान चयनित हुए हैं। इनमें तीन हजार 13 किसानों को शनिवार की दोपहर पीजी कॉलेज मैदान में आोयजित भव्य समारोह में प्रमाण पत्र वितरित किए गए। समारोह के मुख्य अतिथि संचार एवं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा थे। उन्होंने इस योजना का श्रेय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया। 

कहे कि विधानसभा चुनाव में भाजपा किसानों के कर्ज माफ करने का वादा की थी। उसे पूरा करने का काम मुख्यमंत्री ने किया है। गाजीपुर के किसानों के लिए यह पहला सुखद अनुभव मिला है। समारोह की अध्यक्षता प्रभारी मंत्री ब्रजेश पाठक ने की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लघु एवं सीमांत किसानों की परेशानियां दूर कर उनके सशक्तिकरण एवं कृषि को नवस्फूर्ति प्रदान करने के लिए किए यह योजना मंजूर की है। 

इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2022 तक किसानों की आय दो गुना करने के लक्ष्य में यह योजना एक सार्थक कदम है। इस मौके पर बताया गया कि योजना के तहत पिछले साल 31 मार्च तक सार्वजनिक, सहकारी बैंकों से कर्ज लेने वाले किसानों को लाभ मिलेगा। इस अवधि में गाजीपुर में फसली कर्ज लेने वाले कुल 74 हजार 554 किसान हैं। योजना के पहले चरण में चयनित किसानों के खाते में 77 करोड़ 49 लाख 43 हजार 656 रुपये भेज कर उन्हें प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। इनमें सबसे ज्यादा एक हजार 257 किसान सदर तहसील के हैं जबकि सैदपुर 421, जखनियां 373, जमानियां 104,  सेवराई 46, मुहम्मदाबाद 431 और कासिमाबाद के 381 किसान हैं। 
पहले चरण में छूटे किसानों को उनके खाते आधार कार्ड से जोड़ने के बाद ही धनराशि मुहैया कराई जाएगी। शेष किसानों को दूसरे चरण में लिया जाएगा। समारोह के प्रारंभ में मुख्य अतिथि श्री सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलन तथा मां सरवस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया। समारोह में मंच पर एमएलसी विशाल सिंह चंचल सिंह, विधायक द्वय डॉ.संगीता बलवंत व सुनीता सिंह के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह, श्री सिन्हा के प्रतिनिधि सुनिल सिंह, प्रभुनाथ चौहान, ओमप्रकाश राय, रामनरेश कुशवाहा, अच्छेलाल गुप्त, शशिकांत शर्मा आदि थे। इस मौके पर डीएम के बालाजी तथा एसपी सोमेन बर्मा ने अतिथियों को बुके भेंट किया। संचालन महेश प्रताप सिंह ने किया।

'