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गाजीपुर: कृष्णानंद के हत्यारों को जरूर मिलेगी सजाः मनोज सिन्हा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मुहम्मदाबाद संचार एवं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को पूरा यकीन है कि भाजपा के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय के हत्यारों को कोर्ट सजा तय है। शहीद पार्क में बुधवार को कृष्णानंद तथा उनके साथियों के शहादत दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अपने संक्षिप्त संबोधन में श्री सिन्हा ने कहा कि इलाकाई आतंकवाद के विरुद्ध संघर्श में कृष्णानंद राय तथा उनके साथियों की शहादत कतई व्यर्थ नहीं जाएगी। हत्यारों को सजा जरूर मिलेगी। 

देश और प्रदेश में आज भाजपा की सरकार है। भाजपा कानून का राज कायम की है। इस मौके पर बलिया सासंद भरत सिंह ने कहा कि भाजपा कि पिछली सरकार में गाजीपुर के आतताई भागते नजर आते थे। यही स्थिति भाजपा की मौजूदा सरकार में शुरू हो चुकी है। मुहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र से आतंकवाद का फिर सफाया तय है। समारोह में स्व.कृष्णानंद राय की विधायक पत्नी अलका राय ने कहा कि अन्याय के खिलाफ उनके पति की लड़ाई में जनता पूरा सहयोग कर रही है। इसके लिए जनता के प्रति वह आभारी हैं। 

जमानियां विधायक सुनीता सिंह ने भी भाजपा सरकार की चर्चा करते हुए कहा कि अब सुशासन का दौर शुरू हो चुका है। गाजीपुर सहित पूरे प्रदेश से अपराधियों का पलायन होने लगा है। इस मौके पर पार्टी के किसान मोर्चा के नेता वीरेंद्र राय ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद पार्टी सत्ता में आई है। इसका लाभ आमजन को मिलने लगा है। कृष्णानंद के साथ शहीद हुए अखिलेश राय के भतीजा विश्वजीत राय ने कहा कि हत्यारों को सजा नहीं मिली तो शहीदों के परिवारीजनों सहित इलाके के लोगों में निराशा व्याप्त होगी। 
कार्यक्रम में भाजपा विधायक सुशील सिंह के अलावा पूर्व मंत्री रमापति शास्त्री, वरिष्ठ नेता विजय शंकर राय, नागेंद्र पांडेय, काशी प्रांत के उपाध्यक्ष कृष्णबिहारी राय, सच्चिदानंद राय चाचा, राजेश  राय बागी, प्रमोद राय, मिथिलेश आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता कैप्टन अनिरुद्ध राय तथा संचालन रामजी गिरि ने किया। 

कार्यक्रम के प्रारंभ में मनोज सिन्हा सहित सभी नेताओं ने कृष्णानंद सहित सभी शहीदों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मालूम हो कि भाजपा के तत्कालीन मुहम्मदाबाद विधायक कृष्णानंद राय की थाना भांवरकोल के बसनियां गांव के पास 29 नवंबर 2005 को हत्या कर दी गई थी। 

उसमें उनके सरकारी अंगरक्षक सहित सात साथी भी मारे गए थे। इस मामले में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी, उनके पूर्व सांसद भाई अफजाल अंसारी तथा बहनोई एजाजुल हक अंसारी सहित कई लोग मुल्जिम हैं।  मामला सीबीआई कोर्ट दिल्ली में विचाराधीन है।
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