गाजीपुर नगरपालिका : चुनाव के दौरान अधिशासी अधिकारी ने मिलीभगत कर लाखों का किया गोलमाल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर निकाय चुनाव के दौरान नगरपालिका गाजीपुर में अधिशासी अधिकारी के मिलीभगत से लाखों रुपये का गोलमाल करने का मामला प्रकाश में आया है। नवनिर्वाचित नगरपालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने चुनाव के दौरान आचार संहित लगने के तारीख 5 अगस्त से शपथ ग्रहण 12 दिसंबर तक सभी भुगतान फाईलों का अधिशासी अधिकारी से फाइल तलब किया है।
अध्यक्ष के कड़े रुख से पूरे नगरपालिका कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तत्कालीन अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने लाईट संबंधित व अन्य विकास कार्यो संबंधित टिप्पणी लगाकर भुगतान की कार्यवाही रोक दिया था। जैसे लाईट में स्ट्रीट लाईट के खंभो व स्ट्रीट लाईट के बल्ब आदि मानक के अनुसार नही पाये गये जिसके चलते अध्यक्ष ने अध्यक्ष ने भुगतान वाली फाईल को आब्जेक्शन लगाते हुए रोक दिया। इसी तरह करीब दर्जनों भुगताल की फाईले थीं जिनको तत्कालीन अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने आब्जेक्शन लगाते हुए भुगतान रोका था।
5 अगस्त को आचार संहित लागू हो गया और अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो गया। अधिशासी अधिकारी और लेखाधिकारी भी नगरपालिका में सर्वे-सर्वा हो गये। इस मौके का लाभ उठाते हुए अधिकारियों ने ठेकेदारों से मिलीभगत कर सारी भुगतान की लंबित फाईलों को येन-प्रकेन कागजातों में हेरा-फेरी करते हुए लाखों का भुगतान कर दिया। विभागीय सूत्र बताते हैं कि करीब 60 से 70 लाख रुपये का गोलमाल किया गया है।
शपथ ग्रहण के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष को जब इस गोलमाल की सूचना मिली तो उन्होने तुरंत एक्शन लेते हुए निकाय चुनाव के दौरान भुगतान की गयी सभी फाईलों को तलब किया है। इस संदर्भ में अध्यक्ष प्रतिनिधि विनोद अग्रवाल ने बताया कि यह मामला संज्ञान में है सभी फाईलों को मंगवाया गया है, अध्ययन करने के बाद ही पता चलेगा कि कितने लाख का गोलमाल किया गया है। इस संदर्भ में अधिशासी अधिकारी से संपर्क करना चाहा तो उनका मोबाइल बंद मिला।