गाजीपुर: पत्रकार राजेश मिश्रा के हत्या का कारण बना खनन व शराब माफियाओं के राहों में रोड़ा बनना, तीन शूटर गिरफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर खनन व शराब माफियाओं के मार्ग में रोड़ा बनने पर पत्रकार राजेश मिश्रा की गोली मारकर माफियाओं ने हत्या कर दिया। रविवार को पुलिस लाईन में पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि खनन व शराब माफिया करंडा निवासी राजू यादव अपना काला कारोबार करंडा में फैलाना चाहता था लेकिन राजेश मिश्रा ने माफियाओं के खिलाफ अपने लेखनीय से चुनौती खड़ा कर दी। खबरों से परेशान शराब व खनन माफिया राजू यादव ने बिहार के शाप शूटर व साथी अजीत यादव, सुनील यादव, झनकू यादव, गोवर्धन यादव, पवन यादव के साथ मिलकर रैकिंग कराकर बीते 21 अक्टूबर की सुबह राजेश मिश्रा व उनके भाई पर उनके दुकान पर हमला कर दिया।
गोलीबारी में राजेश मिश्रा की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी, उनके छोटे भाई अमितेश मिश्रा को उपचार के लिए वाराणसी भर्ती कराया गया। अपराधियों की शिनाख्त घायल अमितेश मिश्रा ने थाने में कर दी है। इस हत्याकांड से पूरे प्रदेश में खलबली मच गया था और पुलिस भी काफी किरकिरी हुई थी।
पुलिस टीम ने हत्या में प्रयुक्त किया गया बाइक, तीन तमंचा बरामद कर लिया है। पुलिस टीम में क्राइम ब्रांच प्रभारी टीबी सिंह, करंडा थानाध्यक्ष त्रिवेणी लाल सेन, करंडा थानाध्यक्ष रविंद्र श्रीवास्तव, दुल्लहपुर थानाध्यक्ष विपिन सिंह, उप निरीक्षक संतोष कुमार, उप निरीक्षक अमित मिश्रा, उप निरीक्षक राजेश मिश्रा आदि लोग शामिल थें। पुलिस अधीक्षक ने पकड़ने वाली टीम को 15 हजार रुपया पुरस्कार देने की घोषणा किया है।