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गाजीपुर: अब यूके के लोग गाजीपुर जिले की खाएंगे सब्जी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर दुबई के लोग पहले से ही गाजीपुर जिले की हरी मटर और मिर्च के स्वाद का आनंद ले रहे हैं। इसके बाद यूके के लोग पौष्टिक ब्रोकली (हरी गोभी) खाएंगे। यूपी के गाजीपुर की धरती की सोधी महक की गमक अब विदेश मंडियों की आबोहवा में फैलने लगी है। यही वजह है कि नमूने के रूप में गई 500 किलो हरी मटर की मांग अब दुबई में बढ़ गई है।

किसानों की उपज को नया बाजार और अच्छी आमदनी मिले इसके लिए रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा की पहल अब रंग लाने लगी है। गाजीपुर जिले से सब्जी का निर्यात विदेशों की मंडी में होना शुरू हो गया है।

मुहम्मदाबाद तहसील के भांवरकोल क्षेत्र स्थित पाताल गंगा सब्जी मंडी से मटर, हरी मिर्च और टमाटर जो अब तक देश के सभी प्रांतों के साथ बांग्लादेश और नेपाल तक जाते थे अब इनका निर्यात आईटीसी कंपनी के माध्यम से दुबई जैसे देशों में भी शुरू हो गया है।

पहली खेप में 16 टन हरी मिर्च गाजीपुर घाट स्थित पेरिसेबल कार्गो से दुबई भेजी गई थी। साथ में हरी मटर का नमूना भी भेजा गया था। जिसे वहां हाथोहाथ लिया गया। वहां से डिमांड आने के बाद हाल ही में एक टन मटर एयर कार्गो से भेजी गई है।

विदेशों में जिन सब्जियों की बड़ी तादाद में खपत होती है उनकी खेती के लिए फार्मर एंड फार्मर फाउंडेशन यहां के किसानों को जागरूक कर रहा है। जैविक खेती व संरक्षित खेती के जरिये यूके ब्रोकली, लूट्स और इंग्लिश कैरेट्स को उगाने के लिए जरूरी तकनीक पाकर डेढ़गांवा के किसान इन दिनों पौष्टिक ब्रोकली के उत्पादन में जुटे हुए हैं। 

7500 एकड़ में पैदा की जाती है मिर्च, मटर और टमाटर
क्षेत्र के करीब दस हजार किसान साढ़े सात हजार एकड़ में मिर्च, मटर और टमाटर की खेती करते हैं। इसमें सबसे ज्यादा पांच हजार एकड़ में हरी मिर्च की खेती की जाती है। इस साल दो हजार एकड़ में मटर की और 500 एकड़ में टमाटर की खेती की गई है।
एक एकड़ में हरी मिर्च की पैदावार करीब 80 क्विंटल होती है। इसमें 50 से 60 हजार की लागत आती है, जिससे किसानों को एक से डेढ़ लाख तक का मुनाफा मिलता है। इसी तरह एक एकड़ में मटर की पैदावार 20 कुंतल और टमाटर 100 क्विंटल तक होता है।

रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि गाजीपुर घाट रेलवे स्टेशन पर बने पैरिसेबल कार्गो सेंटर पर किसानों की सब्जी लेने और उसे देश के कोने-कोने में ही नहीं विदेश के बाजारों में भी भेजने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।

आरंभ में भांवरकोल क्षेत्र के किसानों की हरी मिर्च और मटर को हवाई जहाज से दुबई भेजा जा गया है। उधर कार्गो पर तैनात फार्मर एंड फार्मर फाउंडेशन के प्रवीण शुक्ला ने बताया कि इसका खर्च किसानों से नहीं लिया जाता है। किसानों को सब्जियों को भेजने में दिक्कत का सामना न करना पड़े इसे ध्यान में रखते हुए कस्टम का कार्यालय भी वाराणसी में खोला गया है।
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