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गाजीपुर: विद्युत कर्मियों ने भरी हुंकार, ईंट का जवाब पत्थर से देने का ऐलान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर निजीकरण के खिलाफ आंदोलित विद्युत कर्मियों का स्वर शुक्रवार को और तीखा हो गया। बड़ी बाग स्थित मंडल कार्यालय पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आंदोलनकारियों संग उत्पीड़न की कार्रवाई हुई तो फिर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। आंदोलनकारी किसी भी दशा में झुकेंगे नहीं। ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। साथ ही इस आंदोलन में जनसहयोग की भी अपेक्षा की गई। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के गाजीपुर संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ विद्युत कर्मियों की नहीं बल्कि जनता के हित की भी है। 

कहे कि पांच महाशहरों व सात जनपदों का विद्युत वितरण का काम निजी हाथों में सौंपने का मतलब होगा। विभागीय कर्मियों का काम छीनना और आम उपभोक्ताओं को महंगी बिजली उपलब्ध कराना। टोरंट कंपनी का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष २०१० में तत्कालीन प्रदेश सरकार इस कंपनी को आगरा और कानपुर महानगर के वितरण की जिम्मेदारी सौंपी थी। हालांकि कानपुर उसे विरोध के कारण छोड़ना पड़ा था लेकिन आगरा में वह प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन को सवा पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगा कर भाग गई थी लेकिन अब इसी कंपनी को एक बार फिर वितरण की जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी हो रही है। 

उन्होंने कहा कि टोरंटो कंपनी के मालिकान और प्रदेश सरकार में मिलीभगत है। इसके तहत सरकार उसे वितरण का काम सौंपने से पहले कॉरपोरेशन के प्रबंधन से जुड़े  अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गुमराह कर रहे हैं। उनकी साजिश है कि विभाग की संपत्ति का मूल्यांकन भी जानबूझ कर कम दर्शाने की साजिश रच रहे हैं। ताकि कंपनी को काम संभालने के साथ ही करोड़ों की संपत्ति पहले झटके में ही अर्जित हो जाए। श्री सिंह ने कहा कि अगर सरकार की नीयत साफ होती तो वह विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति को ही उन महानगरों और जनपद के वितरण का काम सौंप दे। 

तय है कि विभाग को लाभ मिलेगा बल्कि आम उपभोक्ताओं का भी हित सधेगा। इस मौके पर इं.रत्नेश जायसवाल ने बताया कि आंदोलन के दूसरे चरण में २७ मार्च से बहिष्कार शुरू होगा। धरना-प्रदर्शन में अधीक्षण अभियंता आरआर प्रसाद, एक्सईएन एके सिंह, एसके सिंह, आशीष चौहान तथा महेंद्र मिश्र के अलावा एई एनएन मौर्य, आशीष गुप्त, शिवम राय, अभिषेक राय, चंद्रमा प्रसाद, अमित कुमार, वीके राव, जेई संतोष मौर्य, अमित कुमार, नीरज सोनी, प्रेमचंद, रोहित कुमार, दिलीप कुमार, जितेंदर गुप्त, चित्रसेन सहित कर्मचारी संजय श्रीवास्तव, सुरेश सिंह, इंतजार अहमद, विनय तिवारी, विष्णु राय, राकेश चौधरी, अजय विश्वकर्मा, गुप्तेश्वर, मदन, कपिल, अंसर अली, आरएन सिंह, पंकज सिंह, शशिकांत, जयप्रकाश, संतोष कुमार, महेंद्र नाथ, सिकंदर रजा, रमेश यादव, पीतांबर, दिनेश विश्वकर्मा, अश्वनि, प्रमोद, संजय यादव, प्रवीण, जितेंद्र, भानु, रामदुलार, शाहिद, सुनील, अनिल गुप्त, एके सिन्हा, विजेंद्र यादव, अभिमन्यु यादव, बलवंत यादव, ब्रजेश आदि थे।
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