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गाजीपुर: गाजीपुर में भी डकार गए गरीबों का आनाज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बात डिजिटल इंडिया के जरिये सरकारी कामकाज में पारदर्शिता की लेकिन घोटालेबाजों ने उसमें भी छेद कर ही दिया। गाजीपुर सहित 43 जिलों में गरीबों का अनाज वह गटक गए। खाद्य आयुक्त आयुक्त के आदेश पर हुई जांच में यह खाद्यान घोटाला सामने आया है। पता चला है कि इन ज़िलों में 859 आधार कार्ड का एक लाख 80 हज़ार से ज्यादा बार गलत इस्तेमाल कर खाद्यान्न हड़पे गए। कोटेदारों ने तकनीकी ऑपरेटरों से मिलकर वास्तविक लाभार्थी के डाटाबेस में दर्ज उसके आधार कार्ड नंबर को एडिट कर किसी अन्य व्यक्ति की आधार संख्या को फीड कर दिया। फिर उस व्यक्ति की अंगुलियों के निशान का इस्तेमाल कर स्टॉक से अनाज निकाल लिया गया।

शातिराना अंदाज यह कि ट्रांजेक्शन प्रक्रिया पूरी कर वास्तविक लाभार्थी के आधार संख्या को फिर उसके डाटाबेस में अपडेट कर दिया गया। इस तरह वास्तविक लाभार्थी को सस्ते अनाज की सुविधा से वंचित कर घोटाला किया गया। इस बाबत गाजीपुर आजकल डॉट कॉम ने डीएसओ देवेंद्र प्रताप सिंह से चर्चा की। पहले तो वह इस पूरे मामले में अनजान बने। फिर कहे कि अगर मामला खाद्य आयुक्त के स्तर से जांच का है तो निश्चित रूप से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। जांच में पता चला है कि गाजीपुर में तीन हजार 65 लोगों के अनाज का गबन हुआ है। इसके लिए 31 आधार कार्डों के नंबर का गलत इस्तेमाल किया गया जबकि इलाहाबाद में सबसे ज्यादा 37 हजार 5 सौ लोगों के अनाज का गबन हुआ है। इसके लिए 107 आधार कार्ड नंबरों का बेजा उपयोग हुआ।

इसी तरह मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, नोएडा, कानपुर नगर, बिजनौर, आगरा, मुरादाबाद, लखनऊ, सहारनपुर, अमरोहा, वाराणसी, फतेहपुर, जालौन, फिरोजाबाद, मऊ, कन्नौज, बरेली, इटावा, हाथरस, बागपत, मीरजापुर, रायबरेली, मैनपुरी,, ललितपुर, औरैया, मथुरा, शामली, बुलंदशहर, अलीगढ़, सुल्तानपुर, गोंडा, हापुड़, कासगंज, बहराइच, संत रविदासनगर, रामपुर, आजमगढ़, कानपुर देहात, बलरामपर और हमीरपुर में भी खाद्यान घोटाला हुआ है।

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